
Location: Garhwa
गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की केन्द्रीय समिति, जिला कमिटी एवं वरिष्ठ नेताओं की एक अहम बैठक आज पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के कल्याणपुर स्थित आवास पर आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष शम्भू राम ने की। इस दौरान भाषा विवाद को लेकर गहन चर्चा की गई और निर्णय लिया गया कि पलामू प्रमंडल के युवाओं की भावनाओं को देखते हुए हिन्दी को शामिल करने हेतु मुख्यमंत्री से सहानुभूतिपूर्वक विचार का आग्रह किया जाएगा।
नेताओं ने कहा कि नियुक्तियों में क्षेत्रीय भाषाओं के कारण पलामू प्रमंडल के शिक्षित बेरोजगारों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। झामुमो हमेशा से क्षेत्रीय हितों की पैरवी करता रहा है और इस मुद्दे को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर बात की जाएगी।
बैठक में स्थानीय विधायक द्वारा झामुमो नेताओं पर दिए गए मीडिया बयान की तीखी आलोचना की गई। नेताओं ने कहा कि उन्हें सौ बार जन्म लेने के बावजूद झामुमो के कार्यकर्ताओं की बराबरी करना मुश्किल होगा। स्थानीय विधायक पर भ्रष्टाचार, उगाही, और अधिकारियों को धमकाने जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए। साथ ही कहा गया कि विधायक प्रेस में केवल बयानबाजी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झामुमो जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जब कैबिनेट में भाषा से संबंधित प्रस्ताव पारित हुआ था, उसी दिन उन्होंने मगही, भोजपुरी और हिन्दी को जोड़ने हेतु मुख्यमंत्री को पत्र सौंपा था।
बैठक में यह भी आरोप लगाया गया कि स्थानीय विधायक के पिछले दस वर्षों के कार्यकाल में विधायक मद की राशि का कोई स्पष्ट उपयोग नहीं हुआ, और आज भी वे बालू के अवैध कारोबार का संरक्षण कर रहे हैं। वहीं, बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर भी विधायक द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित नहीं करना उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
बैठक में मो. शरीफ अंसारी, तनवीर आलम खान, मनोज ठाकुर, राजकिशोर यादव, ताहिर अंसारी, शांति देवी, रेखा चौबे, अंजली देवी, दीपमाला, सहित कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। झामुमो ने स्पष्ट किया कि वह विकास कार्यों में कोई समझौता नहीं करेगा और जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करता रहेगा।