
Location: Garhwa
गढ़वा: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय सदस्य धीरज दुबे ने गढ़वा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि विधायक खुद “भस्मासुर” बन चुके हैं, जिन्होंने अपनी पहली पार्टी को खत्म कर दिया और अब जनता की अपेक्षाओं को भस्म कर रहे हैं।
धीरज दुबे ने कहा कि विधायक ने 2009 में जेवीएम से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, पर 2014 में भाजपा में शामिल होकर असली भाजपा नेताओं को अपमानित किया और अपने ‘कंघी छाप गुट’ को आगे बढ़ाया। दस वर्षों के कार्यकाल में उन्होंने कोटा और अलकतरा जैसे घोटालों को अंजाम देकर विकास योजनाओं का गला घोंट दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक अपनी नाकामी को छुपाने के लिए धार्मिक ध्रुवीकरण का सहारा ले रहे हैं। दुलदुलवा मंदिर तोड़ने की अफवाह फैला रहे हैं ताकि सड़क निर्माण एजेंसी से कमीशन वसूली की जा सके।
धीरज दुबे ने कहा कि विधायक खुद को सनातनी दिखाते हैं, लेकिन अब तक किसी मंदिर, दुर्गा मंडप या छठ घाट में कोई योगदान नहीं दिया। उलटे मुस्लिम समाज के खिलाफ भड़काऊ बयान देकर सामाजिक समरसता बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कई धार्मिक स्थलों के विकास में सहयोग किया जबकि विधायक के पास एक भी उदाहरण नहीं है।
झामुमो ने विधायक पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
प्रेस वार्ता में अशर्फी राम, रामसागर यादव, शरीफ अंसारी और तनवीर आलम मौजूद थे