
Location: कांडी
कांडी प्रखंड के विभिन्न हिस्सों में गुरुवार दोपहर लगभग दो बजे अचानक हुई बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हेंठार क्षेत्र में ओलावृष्टि से गेहूं, सब्जी और आम की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। बलियारी और गड़ाखुर्द पंचायत में ओलावृष्टि और आंधी-तूफान का प्रभाव अधिक देखा गया, जबकि प्रखंड के पहाड़ी क्षेत्र इससे प्रभावित नहीं हुआ।
किसानों भोला मेहता, वीरेंद्र मेहता, गोपाल चंद्रवंशी, सर्जक मेहता, शंकर यादव, विनोद मेहता, मुकेश मेहता, बबलू कुमार, रणजीत मेहता और प्रवेश मेहता ने बताया कि ओलावृष्टि से गेहूं की तैयार फसल को नुकसान पहुंचा है। करीब 50 प्रतिशत गेहूं की फसल अभी खेतों में ही है। खेतों में काटकर रखे गए पांजा को तेज हवा उड़ाकर ले गई। इसके अलावा कद्दू, भिंडी, करेला, बैगन सहित अन्य सब्जियों की फसलें भी नष्ट हो गईं।
तेज आंधी और ओलावृष्टि से आम के छोटे-छोटे फल टूटकर गिर गए हैं। किसानों द्वारा लगाए गए हजारों एकड़ में रवि फसलें जैसे गेहूं, चना, जौ और सब्जियां पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों की कमर टूट गई है। कर्ज लेकर खून-पसीना बहाकर खेतों में फसल उगाने वाले किसान बेहद मायूस हैं। किसानों ने प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की जांच कर मुआवजा देने की मांग सरकार से की है।