Location: Garhwa
गढ़वा जिले के मझिआंव थाना क्षेत्र के करमडीह में शनिवार रात करीब 8:30 बजे हुए ऑटो दुर्घटना में 30 वर्षीय उमेश रजवार (पिता- रूपन रजवार), निवासी चंद्रपुरा गांव, की मौत हो गई। जबकि आछोडीह गांव का महेंद्र रजवार घायल हो गया।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, चंद्रपुरा गांव के अजमेर खान, जो लेबर सप्लाई का काम करता है, ने 14 मजदूरों को एक टेंपो में भरकर गढ़वा रेलवे स्टेशन भेजा था। मजदूरों को गुजरात के गांधीनगर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान, नशे में धुत ऑटो चालक ने करमडीह के पास वाहन से नियंत्रण खो दिया, जिससे ऑटो पलट गई।
घायलों और मृतक का हाल
इस दुर्घटना में उमेश रजवार गंभीर रूप से घायल हुआ, जबकि अन्य मजदूरों को हल्की चोटें आईं। पेट्रोलिंग पुलिस ने घायलों को मझिआंव रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। उमेश की स्थिति गंभीर होने पर उसे गढ़वा सदर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पलायन का मुद्दा और प्रशासन की लापरवाही
गढ़वा जिले में रोजगार के लिए पलायन करने वाले मजदूरों की असुरक्षित यात्रा से दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। लेबर सप्लायर मजदूरों को भेड़-बकरियों की तरह वाहनों में भरकर यात्रा कराते हैं। भाजपा नेता दिवाकर दुबे उर्फ चंचल ने इस घटना को सरकार की नाकामी बताया। उन्होंने कहा, “झारखंड सरकार मजदूरों को रोजगार देने में पूरी तरह विफल है। प्रशासन की लापरवाही से मजदूर पलायन के लिए असुरक्षित यात्रा करने को मजबूर हैं, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ रही है।”
दुबे ने स्थानीय प्रशासन से मांग की कि मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जाए और ऐसे लेबर सप्लायरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए जो असुरक्षित यात्रा कराते हैं।
पिछली घटनाएं और समाधान की मांग
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी गढ़वा श्री बंशीधर नगर सड़क पर पाल्है गांव के निकट बड़ी दुर्घटना हुई थी। ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रशासन को पलायन और मजदूरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।