
Location: Garhwa

गढ़वा: मूलनिवासी संघ जिला इकाई गढ़वा के तत्वावधान में बंधन मैरेज हॉल में राष्ट्रनिर्माता बाबा साहब डॉ. भीम राव अंबेडकर एवं राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले की संयुक्त जयंती समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के कई मूलनिवासी लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में झारोटेफ जिला इकाई गढ़वा के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने “लोकतांत्रिक भारत: हमारा कर्त्तव्य, हमारी जिम्मेदारी” विषय पर गहन व्याख्यान दिया।
सुशील कुमार ने कहा कि लोकतंत्र केवल एक राजनीतिक व्यवस्था नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो हमें स्वतंत्रता, समानता और न्याय का वादा करती है। लेकिन इसके लिए नागरिकों से सजगता, नैतिकता और ज़िम्मेदारी की भी अपेक्षा की जाती है। उन्होंने संविधान में निहित 11 मौलिक कर्तव्यों की चर्चा करते हुए बताया कि अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का निर्वहन भी उतना ही आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र केवल चुनावों से नहीं चलता, बल्कि नागरिकों की जागरूकता, सहभागिता और नैतिक जिम्मेदारियों से चलता है। जाति, धर्म, वर्ग और भाषा के आधार पर भेदभाव लोकतंत्र की आत्मा के खिलाफ है।”
कार्यक्रम में उन्होंने महात्मा गांधी, डॉ. अंबेडकर और जयप्रकाश नारायण जैसे नेताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि लोकतंत्र को उन्होंने नैतिक व्यवहार के रूप में परिभाषित किया।
समारोह में जिले के शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्रों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति ने आयोजन को सार्थक और सफल बनाया
