
Location: Garhwa

गढ़वा :आरके ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के तत्वावधान में सीबीएसई के दिशानिर्देशों के तहत सेशन 2024-25 की छठी और अंतिम इनहाउस टीचर्स ट्रेनिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला आरकेवीएस सभागार में संपन्न हुई, जिसमें आरकेपीएस गढ़वा, श्री बंशीधर नगर, उँचरी (मंझिआंव) और हूर के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आरके ट्रस्ट के चेयरमैन सह शिक्षाविद् अलखनाथ पाण्डेय और एसडीएम संजय कुमार ने दीप प्रज्वलित कर व मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। निदेशक अलखनाथ पाण्डेय ने एसडीएम का फ्लावर पॉट व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया।
चेयरमैन अलखनाथ पाण्डेय ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि क्लासरूम शिक्षण एक युद्ध का मैदान है, जहां शिक्षक को अज्ञानता, अनुशासनहीनता और अनैतिक मूल्यों के खिलाफ लड़कर एक अच्छा विद्यार्थी तैयार करना होता है। उन्होंने मूल्य आधारित शिक्षण, नैतिकता, संस्कार और अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षण को प्रभावी बनाने के लिए शिक्षण सामग्री का प्रयोग, लेसन प्लानिंग और अभिभावकों से संवाद आवश्यक है।
मुख्य अतिथि एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि शिक्षण एक सतत प्रक्रिया है, जो कभी समाप्त नहीं होती। उन्होंने शिक्षकों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माहौल में बच्चों को प्रोत्साहित करने की सलाह दी।
कार्यशाला में शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अनुप कुमार पाण्डेय, नसरीन हक, शहेला खान और राकेश प्रजापति को एसडीएम संजय कुमार द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यशाला में शिक्षण को प्रभावी बनाने के विभिन्न तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया। इसमें प्रोजेक्टर, स्लाइड शो और विषय आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञों के रूप में आरकेपीएस हूर की प्राचार्या नसरीन हक, गढ़वा से गीता पाण्डेय, सुगंधा तिवारी और उंचरी स्कूल से संतोष गुप्ता ने अपने विचार साझा किए।
कार्यशाला में प्राचार्य एल.के. ओझा, अनुप कुमार पाण्डेय, प्रशासनिक इंचार्ज प्रमोद कुमार झा, एसटीएनसी राजकुमार, प्रशिक्षण समन्वयक शहेला खान, विशिष्ट अतिथि निखिल पाण्डेय समेत सभी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र सिंह ने किया।

