Location: Dhurki
यह तस्वीर हमारे समाज की सच्चाई बताती है, धुरकी के विभिन्न चौक चौराहे पर व कूड़े कचरा के ढेर लगी जगहों के पास कचरा चुन रहे इस बच्चे की तस्वीर ने शिक्षा के अधिकार के सरकारी दावों को भी पोल खोल दी है।
पेट की भूख शांत करने के लिए यह बच्चा कचरो में से प्लास्टिक की बोतलें चुन रहा है, इस तरह के और भी बच्चे है जो हमेशा यहां आते है और कचरा चुनकर कबाड़ी दुकानों में बेचते है और अपना पेट पालते है आलम यह है की मंगलवार को 42 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी यह बच्चा घूम घूम कर कचरा चुनने के लिए बिवश है, सरकार और स्थानीय प्रशासन को इनपर ध्यान देने की जरूरत है