
Location: Ranka
रंका/गढ़वा (प्रतिनिधि): झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा तेज आवाज में डीजे बजाने पर लगाए गए प्रतिबंध और सख्त निर्देशों के बावजूद रंका अनुमंडल क्षेत्र में प्रशासन की निष्क्रियता साफ झलक रही है। परिणामस्वरूप आज भी देर रात तक तेज आवाज में डीजे बज रहे हैं, जिससे हृदय रोगियों, अवसाद ग्रस्त मरीजों और सामान्य लोगों की नींद और मानसिक शांति पर सीधा असर पड़ रहा है।
गौरतलब है कि इस वर्ष जनवरी माह में झारखंड हाईकोर्ट ने तेज आवाज में डीजे बजाने को पूर्णतः प्रतिबंधित करते हुए राज्य के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को इसके अनुपालन का निर्देश दिया था। इसके बावजूद रंका अनुमंडल में न तो निगरानी की कोई व्यवस्था की गई है और न ही कार्रवाई होती दिख रही है।
इन दिनों शादी-ब्याह के मौसम में यह स्थिति और भी विकराल हो गई है। विवाह स्थलों पर तो तेज डीजे बजते ही हैं, लेकिन ‘द्वार पूजा’ के बाद डीजे ऑपरेटर अक्सर रात के मध्य या उससे भी बाद तक गली-मोहल्लों में तेज गति से अभद्र गानों की रिकॉर्डिंग बजाते हुए लौटते हैं। इससे न केवल सामान्य लोगों की नींद बाधित हो रही है, बल्कि बीमार और दुःखी परिजनों को भी मानसिक यातना झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस-प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी मूकदर्शक बना हुआ है। जिन अधिकारियों पर न्यायालय के आदेशों का पालन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है, वही आंखें मूंदे हुए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि आम लोगों की सुविधा और स्वास्थ्य की चिंता प्रशासन के एजेंडे में कहीं नहीं है।
स्थिति यही रही तो कोर्ट के आदेशों की अवहेलना और लोगों की बढ़ती परेशानी के चलते जल्द ही किसी बड़े विरोध की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।