Location: Ranka
रंका – रंका थाना क्षेत्र के पिंडरा गांव से तकरीबन बीस वर्ष पूर्व रोजी-रोटी के तलाश में अकेले निकला युवक बड़े शहर की चकाचौंध में भूल गया उसे खुद पता नहीं कि वह कहां है और कैसे अपने घर वापस लौटेगा वह अपने माता-पिता और पत्नी तथा बच्चों से मिलना तो चाहता था मगर कोई उपाय नहीं होने से मन मसोस कर रह जाया करता था तकरीबन बीस साल के बाद हरियाणा पुलिस और गढ़वा के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय के सार्थक पहल से अपने परिवार से मिल पाएगा।
इसकी जानकारी देते हुए पिंण्डरा गांव निवासी 72 वर्षीय विश्वनाथ सिंह ने बताया कि वर्ष 2003 में घर परिवार चलाने में काफी कठिनाई होने के वजह से रोजगार की तलाश में उसका पैंतीस वर्षीय पुत्र रामजन्म सिंह जिसके चार बच्चे हैं बड़े शहर की ओर मन में कई जज़्बात लिए अकेला ट्रेन से दिल्ली की ओर गया था एक साल तक उसकी ओर से कोई सुध नहीं मिलने पर चिंता होने लगी धीरे-धीरे दिन महीने साल बीतते गए मगर कोई खबर नहीं मिलने पर काफी चिंता होने लगी अपने स्तर से काफी खोजबीन करने का प्रयास किया अंत में गांव वालों के कहने पर रंका थाना को सूचना दी मगर कोई फलाफल नहीं निकला घर परिवार एवं गांव वाले तथा सगे संबंधी उसे मृत समझकर उसके निमित्त क्रिया कर्म कराने की सलाह दे डाली थी मगर बिधि के विधान की लीला बड़ी न्यारी है गढ़वा पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पाण्डेय के सार्थक पहल के बाद हरियाणा राज्य के पलवल जिले के अलावाल गांव में होने की सूचना मिली है शनिवार को रंका थाना से पुलिस अधीक्षक के माध्यम से मोबाइल द्वारा अपने बेटे रामजन्म सिंह से बात हुई इस खबर से घरवालों के अलावा सगे-संबंधी तथा गांव में काफी खुशी का माहौल है अगले दो-तीन दिन में वह घर आएगा यही आश्वासन रंका थाना प्रभारी से प्राप्त हुआ है।