
Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर विधायक अनंत प्रताप देव ने मंगलवार को प्रखंड कार्यालय का औचक निरीक्षण कर कर्मियों को समय पर कार्यालय खोलने और जनता की समस्याओं का समाधान शीघ्रता से करने का सख्त निर्देश दिया था। उन्होंने विशेष रूप से बीडीओ को हिदायत दी थी कि गांव-देहात से आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और उनके कार्य बिना किसी रिश्वत के जल्द से जल्द पूरे किए जाएं। विधायक ने यह भी स्पष्ट किया था कि रिश्वतखोरी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लेकिन उनके निर्देशों का कोई खास असर देखने को नहीं मिला। बुधवार को प्रखंड कार्यालय में दोपहर 12 बजे के बाद तक न तो कोई कर्मचारी मौजूद था और न ही कार्यालय खुला हुआ मिला। हालांकि मुख्य गेट खुला था, लेकिन अंदर सन्नाटा पसरा था। यह स्थिति साफ दर्शाती है कि कर्मियों ने विधायक के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया।
इस लापरवाही के कारण दूर-दराज से आए ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी देखी गई कि एक ओर सरकार और जनप्रतिनिधि जनता की सेवा को प्राथमिकता देने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर सरकारी कर्मियों की उदासीनता आम जनता की उम्मीदों पर पानी फेर रही है।
ग्रामीणों ने ऐसे गैर-जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं। यह घटना न सिर्फ प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि केवल निरीक्षण से नहीं, बल्कि उसके अनुपालन की सख्त निगरानी भी जरूरी है।