Location: Meral
मेराल: थाना क्षेत्र के हासनदाग, तीसरटेटूका, दतवनीया, सिवाना पर दानरो नदी का अतिक्रमण कर अवैध रूप से टीन, लोहा, चदरा से बनी चिमनी ईंट भट्ठा संचालित किया जा रहा है। यह अवैध चिमनी ईंट भट्ठा “केवीएस” नाम से चलाया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस अवैध चिमनी ईंट भट्ठे के मालिक झलुआ, गढ़वा के निवासी हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए टीन, चदरा और लोहा से बनी चिमनी ईंट भट्ठों का संचालन अवैध एवं नियम विरुद्ध है।
नदी पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण
ईंट निर्माण के लिए दानरो नदी में लगभग 1000 फीट लंबा और 100 फीट चौड़ा अतिक्रमण कर लिया गया है। एक ओर गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार पांडे के निर्देश पर नदी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अवैध चिमनी संचालक प्रशासन के आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए खुलेआम नदी पर कब्जा किए हुए हैं।
स्थानीयों में रोष, विरोध करने वालों को धमकी
नाम न छापने की शर्त पर हासनदाग के कुछ लोगों ने बताया कि जब उन्होंने इस अतिक्रमण का विरोध किया, तो अवैध चिमनी संचालकों ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और धमकियां दीं। डर के कारण ग्रामीणों ने विरोध करना बंद कर दिया।
प्रशासन ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
जब इस मामले पर सीओ जसवंत नायक से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
“नदी का अतिक्रमण पूरी तरह अवैध है। इस मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं, जिला खनन पदाधिकारी राजेंद्र उरांव ने भी स्पष्ट किया कि “लोहा, चदरा और टीन से बने ईंट भट्ठे अवैध हैं। खनन निरीक्षक को भेजकर जांच की जाएगी और उचित कानूनी कार्रवाई होगी।”