
Location: Garhwa
गढ़वा के गढ़देवी मुहल्ला स्थित नरगिर आश्रम में चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर आयोजित रामकथा के प्रथम दिवस का शुभारंभ पुलिस अधीक्षक दीपक पाण्डेय, विशिष्ट अतिथि अलखनाथ पाण्डेय और राकेश पाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
अयोध्या से पधारे पूज्य संत श्री बालस्वामी अवधेंद्र प्रपन्नाचार्य एवं उनकी विद्वत आचार्य मंडली ने संगीतमय कथा का शुभारंभ मंगलाचरण के साथ किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दीपक पाण्डेय ने उपस्थित श्रद्धालुओं को पर्व की शुभकामनाएं देते हुए मर्यादा का पालन करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस में वर्णित श्रीराम के चरित्र से हमें प्रेरणा लेकर अपने जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि अलखनाथ पाण्डेय ने रामचरित मानस को सार्वकालिक ग्रंथ बताते हुए कहा कि इसमें वर्णित उच्च आदर्शों को अपनाकर हम अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं। वहीं, समाजसेवी राकेश पाल ने रामकथा को सर्वाधिक लोकप्रिय बताते हुए कहा कि यह युगों-युगों से हमें सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती आई है।
प्रथम दिवस की कथा में पूज्य संत बालस्वामी जी ने धर्म और आध्यात्म पर प्रकाश डालते हुए इसे वर्तमान युग में अत्यंत प्रासंगिक बताया। उन्होंने कहा कि जब अधर्म और अन्याय चरम पर पहुंच जाता है, तब परम ब्रह्म परमेश्वर साकार रूप लेकर अवतरित होते हैं। इस दौरान शिव-पार्वती विवाह का रोचक वर्णन किया गया, जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।
रामकथा समिति के अध्यक्ष चंदन जायसवाल ने कहा कि यह लगातार चौथा वर्ष है जब नरगिर आश्रम में रामकथा का आयोजन हो रहा है। उन्होंने आयोजन की सफलता का श्रेय मुहल्ले के सभी निवासियों और कार्यकर्ताओं को देते हुए आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में दीनानाथ बघेल, जयशंकर बघेल, गुड्डू हरि, विकास ठाकुर, भरत केशरी, गौतम शर्मा, धर्मनाथ झा, अजय राम, गौतम चंद्रवंशी, सोनू बघेल, पवन बघेल, सुमित लाल, अजय सिंह, राकेश चंद्रा, सूरज सिंह, शांतनु केशरी, शुभम चंद्रवंशी, सोनू, सुंदरम्, शिवा सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं का योगदान रहा।