Location: Garhwa
अवैध बालू उठाव को लेकर मारपीट में एक घायल, चल रहा इलाज
गढ़वा : गढ़वा थाना क्षेत्र के कोरवाडीह गांव निवासी उदय चौधरी पिता जगदीश चाैधरी मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
इस संबंध में घायल उदय चौधरी ने बताया कि उसने अपने गांव के सामने दानरो नदी से बालू निकाल कर अपनी जरूरत के लिए स्टाक किया है। जबकि गांव के कई लोग भी बालू का स्टाक कर रखे हैं। उसने बताया कि रविवार की रात में उसके गांव का अशोक चौधरी ने ट्रैक्टर पर मेरे स्टाक का बालू उठा रहा था। जब उसे बालू उठाने से मना किया तो मंतु चौधरी, उसका पुत्र सुनील चौधरी एवं ट्रैक्टर मालिक अशोक चौधरी ने मिलकर उदय चौधरी पर कुदाल एवं डंडे से प्रहार कर उसे गंंभीर रूप से घायल कर दिया।
अज्ञात विषैले जंतु के काटने से ग्रामीण बीमार, अस्पताल में भर्ती
गढ़वा : डंडा थाना क्षेत्र के कोटा गांव निवासी उपेंद्र महतो पिता स्व.नागेश्वर महतो को अज्ञात विषैले जंतु ने काट लिया। उसे बीमार हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया गया कि उपेंद्र महतो ने रविवार की रात में सब्जी के फसल लगे खेत को पटाने के लिए गया था। इस दौरान उसके बायां पैर में अज्ञात विषैला जंतु ने काट लिया। इससे उसे तेज दर्द होने लगा तथा कुछ देर बाद वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसके स्वजनों ने सदर अस्पताल में लाकर भर्ती कराया। सदर अस्पताल में इलाज के बाद उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
जलमीनार से गिरकर मजदूर की मौत, पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम
गढ़वा : गढ़वा थाना क्षेत्र के गरनाहा गांव के शंकर राम 45 वर्ष पिता अकलू राम की मजदूरी करने के दौरान जलमीनार से गिरकर मौत हो गई। जानकारी के अनुसार शंकर राम ने रविवार को गढ़वा थाना क्षेत्र के गांगी गांव में मजदूरी करने गया था। वहां निर्माणाधीन जलमीनार का पोताई कर रहा था। इस दौरान वह नीचे गिरकर घायल हो गया। इसके बाद उसे इलाज के लिए गढ़वा सदर अस्पताल में लाया गया।
प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया। बताया गया कि मेदिनीनगर ले जाए जाने के दौरान ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद उसके स्वजन शव को लेकर सदर अस्पताल गढ़वा आ गए। इधर, शंकर राम की मौत की सूचना पर गढ़वा थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सोमवार को पोस्टमार्टम कराकर उसके स्वजनों को सौंप दिया।
– छत से गिरकर मजदूर घायल, चल रहा इलाज
गढ़वा :मेराल थाना क्षेत्र के दुलदुलवा गांव में रविवार की रात में अर्जुन मांझी पिता बुधु मांझी छत से गिरकर घायल हो गया। वह बोकारो जिले के कसमार थाना क्षेत्र के डुमरकुदर गांव का रहनेवाला है।
सदर अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। बताया गया कि अर्जुन मांझी सड़क निर्माण कार्य करा रही एक कंपनी में बतौर मजदूर काम करता है। कंपनी का कार्य दुलदुलवा गांव के समीप चल रहा है। वहीं एक मकान में कंपनी के मजदूरों को रहने लिए किराया का मकान लिया गया है। अर्जुन मांझी छत पर सो रहा था। इस दौरान वह नींद की हालत में नीचे गिर कर घायल हो गया।
सड़क दुर्घटना में घायल युवक को मृत घोषित करने से आक्रोशित लोगों ने किया हंगामा
गढ़वा : सदर अस्पताल में रात्रिकालीन ड्यूटी में कार्यरत चिकित्सकों पर असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। कई बार चिकित्सकों के साथ मारपीट हो जाने के बावजूद असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होने से चिकित्सकों का मनोबल गिरता जा रहा है। वहीं ऐसे असामाजिक तत्वों के हौसले बढ़ रहे हैं। रविवार की रात में भी असामाजिक तत्वों ने ड्यूटी में कार्यरत चिकित्सक डा. शिविर चंद्राकर के साथ दुर्व्यवहार किया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो चिकित्सक को गालियां देते हुए मारपीट करने तक का प्रयास किया गया। बाद में पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। लेकिन इस घटना से चिकित्सकों में भय व्याप्त है।
- जानें क्या है पूरा मामला –
सड़क दुर्घटना में घायल मझिआंव थाना क्षेत्र के करकट्टा गांव निवासी नंदन कुमार 24 वर्ष पिता रामजीत राम को रविवार की रात करीब नौ बजे सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। तब इमर्जेंसी ड्यूटी में मौजूद चिकित्सक डा. शिशिर चंद्राकर ने परीक्षण करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सक के इतना बताने के बाद ही मृतक के साथ आए लोग हंगामा करने लगे तथा उन्हें गाली गलौज करना शुरु कर दिया। इसके बाद फोन कर कई और लोगों को भी वहां बुला लिया। इसकी सूचना पर सदर अस्पताल के कई चिकित्सक वहां आ गए और हंगामा कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वे लोग नहीं माने। अस्पताल कर्मियों की सूचना पर पीसीआर से पुलिस पहुंची। लेकिन हंगामा कर रहे लोगों पर इसका भी असर नहीं हुआ। तब तक गढ़वा थाना के पुलिस अधिकारी ने वहां पहुंच कर मामले को शांत कराया। इसके बाद मृतक नंदन कुमार के शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। साेमवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर उसके स्वजनों को सौंप दिया।
- चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार की घटना को ले आइएमए ने की बैठक :
सदर अस्पताल में चिकित्सक डा. शिशिर चंद्राकर के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर चिकित्सकों में आक्रोश है। सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में लाए जाने से पहले की मरीज की मौत हो चुकी थी। ऐसे में इलाज में लापरवाही का कोई मामला नहीं है। चिकित्सक रात में भी सेवा देते हैं। ऐसे में मरीज के स्वजनों को भी चिकित्सकों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि किसने क्या किया है, वह सब सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने बताया कि वे लोग सदर अस्पताल में छह-एक की पुलिस पिकेट बनाने की मांग करेंगे। ताकि चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी भयमुक्त होकर कार्य कर सकें।