Location: Shree banshidhar nagar
श्री बंशीधर नगर – व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिये. अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है. अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है. जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी,तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा.उक्त बातें श्री बंशीधर मंदिर के खलिहान प्रांगण में श्री बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के प्रथम दिन श्रद्धालुओं को अमृत पान कराते हुए श्रीधाम वृन्दावन से आये आचार्य श्री स्वामी पुण्डरीकाक्षाचार्य वेदांती जी महाराज ने कही.उन्होंने कथा के दौरान भागवत महात्म व सुखदेव जी महाराज के आगमन का वर्णन किया. भक्तों की तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गुंजायमान हो उठा. कथा का श्रवण करने के लिए बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित थे.कथा का श्रवण कराते हुए वेदांती जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा जीवन के समस्त कष्टों को हरने वाली,मन को शांति देने वाली और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े अदभुत लीलाओं का वर्णन करने वाली है. कथा के माध्यम से भक्तों को धर्म, भक्ति और ज्ञान का मार्ग प्रशस्त होता है. उन्होंने कहा कि सभी कथाओं में श्रीमद् भागवत कथा श्रेष्ठ है.श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना बड़े भाग्य से मिलता है. इसके श्रवण करने से मनुष्य के सभी पापों का नाश हो जाता है. जिस स्थान पर भागवत कथा का आयोजन होता है,वह तीर्थ स्थल कहलाता है. इसे सुनने और आयोजन करने का सौभाग्य प्रभु के प्रेमियों को ही मिलता है. इसके सुनने से मनुष्य बुराई त्याग कर धर्म के रास्ते पर चलने के साथ-साथ मोक्ष को प्राप्त करता है.दुनिया में भवसागर से पार उतरने का सबसे उत्तम साधन श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करना है.उन्होंने कहा कि सबसे पहले महर्षि व्यास ने राजा परीक्षित को श्रीमद् भागवत कथा का अमृत मान कराया, जिससे राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई.सुखदेव जी महाराज के आगमन की कथा को वर्णन करते हुए वेदांती जी महाराज ने कहा कि सुखदेव जी महाराज परमहंस भगवान स्वरूप में आकर के राजा परीक्षित को श्रीमद् भागवत की कथा का श्रवण कराया कथा पुराणों की सम्राट में कलयुग में कल्पतरू के समान है इसलिए कलिकाल में भगवान की कथा जरूर जीवन में धारण करना चाहिये.इससे जीवन की गाड़ी सही तरीके से चलेगी.मौके पर नगर उंटारी अनुमंडलीय कोर्ट के एडीजे प्रथम मनोज त्रिपाठी, पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव,एसडीपीओ सतेंद्र नारायण सिंह,सूर्य मंदिर ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी राजेश प्रताप देव,राजेश पांडेय, धीरेंद्र चौबे,राम प्रसाद कमलापुरी,वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी,मनदीप कमलापुरी,मिक्की जायसवाल,नंदू लाल,सुजीत अग्रवाल,सुरेश विश्वकर्मा,मनीष जायसवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिला पुरुष उपस्थित थे.