श्री बंशीधर नगर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में अनुमंडल मुख्यालय में स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री बंशीधर मंदिर में विराजमान भगवान श्री कृष्ण का छठी उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर मंदिर के आचार्य सत्यनारायण मिश्रा, श्रीकेश पांडेय एवं शांतिभूषण चौबे द्वारा भगवान श्री कृष्ण के वैदिक मंत्रोचार के साथ विधिवत पूजा अर्चना किया गया। तत्पश्चात भगवान कृष्ण का पूजन एवं भजन कीर्तन किया गया एवं 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। वही भगवान बंशीधर जी के आरती के बाद सभी श्रद्धालुओं के बीच 56 भोग का प्रसाद वितरण किया गया। भगवान श्रीकृष्ण के छठी उत्सव के अवसर पर बंशीधर मंदिर में सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु भक्त भगवान के उत्सव कार्यक्रम में शिरकत किए। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंगल गीत गाते हुए जय श्री कृष्णा,राधे राधे, बाबा बंशीधर भगवान की जय आदि के जयकारे लगाए।
मौके पर बंशीधर मंदिर के विद्वान पुजारी चंद्रशेखर तिवारी उर्फ निक्कू बाबा ने कहा कि नामकरण संस्कार से आयु तथा तेज की वृद्धि होती है। हमें बच्चों में संस्कार जाग्रत करने के लिए उन्हें महापुरूषों के जीवन के बारे में बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश देकर समस्त मानव जगत को एक नई दिशा दी है। हमें ‘कर्म किए जा, फल की इच्छा करें’ के सिद्धांत को अपने जीवन में उतरना होगा। हमें आपसी सौहार्द एवं सहयोग से एकजुट होकर मुरलीधर के कलयुग में संघे शक्ति के संदेश को मूल मंत्र मानकर अपना जीवन में सार्थक करना होगा।
मौके पर श्री बंशीधर पूजा सीमित के सदस्य व प्रतिष्ठित व्यवसाई वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी, समाजसेवी हजारी प्रसाद, रामप्रसाद कमलापुरी, सुजीत लाल अग्रवाल, नंदूलाल, मनदीप प्रसाद, मनीष जायसवाल राजन, मिक्की जायसवाल, सुरेश विश्वकर्मा, प्रमोद कमलापुरी, मंटू कमलापुरी, गुड्डू कमलापुरी, आदित्य जायसवाल, कुंदन कुमार सिंह, नित्यानंद कुमार, नीलू सिंह, गोविंद कुमार सहित बड़ी संख्या महिला व पुरुष श्रद्धालु भक्तगण उपस्थित थे।