रांची: देश के जाने माने वामपंथी नेता सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमार थे। इलाज के लिए उन्हें 19 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। दोपहर बाद आज उन्होंने अंतिम सांस ली। माकपा के वह वरिष्ठ नेता थे और पिछले 5 दशकों से वामपंथ के धुरी थे। अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ कर गए हैं। उनके निधन की सूचना के बाद देश में शोक की लहर है। कई राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर शोक जताते हुए दुख व्यक्त किया है। 72 वर्ष के येचूरी छात्र आंदोलन की उपज थे। जेएनयू छात्र संघ से राजनीति में आए। आपातकाल के दौरान वह जेल में भी रहे। जीवन भर उन्होंने वामपंथ की राजनीति की। देश भर में उनकी पहचान थी। पीएम मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।