Location: Garhwa
गढ़वा: सदर अस्पताल गढ़वा के उपाधीक्षक डॉ. हरेनचंद्र महतो पर गंभीर आरोप लगे हैं। अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के लिए जिम्मेदार उपाधीक्षक खुद नियमों को ताक पर रखकर ड्यूटी से गायब रहते हैं। इसके बावजूद सरकारी रिकॉर्ड में उनकी उपस्थिति दर्ज हो रही है।
क्या है मामला?
डॉ. महतो के पुत्र का विवाह 28 और 29 नवंबर 2024 को रांची के जुमरपुल गेटलातू स्थित समारगढ़ रिसोर्ट में आयोजित हुआ।
28 नवंबर: तिलक, हल्दी, मंडप और मेहंदी जैसे कार्यक्रम आयोजित हुए।
29 नवंबर: विवाह और प्रीतिभोज हुआ।
इन दोनों दिनों के दौरान डॉ. महतो रांची में थे। बावजूद इसके, उन्होंने गढ़वा सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारियों की उपस्थिति पंजी में अपनी हाजिरी दर्ज की।
जानकारी में और क्या सामने आया?
सूत्रों के अनुसार, डॉ. महतो अक्सर गढ़वा से बाहर रहते हुए बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
उनकी बायोमेट्रिक हाजिरी अक्सर गढ़वा से बाहर से दर्ज होती है।
17 अगस्त 2023 से उपाधीक्षक के पद पर नियुक्त डॉ. महतो के कार्यकाल में इस तरह की हाजिरी की जांच से कई और खुलासे हो सकते हैं।
पक्ष-विपक्ष
सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने कहा:
“डॉ. हरेनचंद्र महतो द्वारा पुत्र के विवाह में रांची में रहते हुए अपनी हाजिरी दर्ज करने की जानकारी मिली है। मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।”
चौंकाने वाले सवाल
- क्या अस्पताल की व्यवस्थाएं ड्यूटी से गायब रहने वाले अधिकारियों के भरोसे सुरक्षित हैं?
- क्या अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी इस तरह की लापरवाही का असर है?
सदर अस्पताल में उपाधीक्षक के कृत्य से अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सिविल सर्जन द्वारा की जाने वाली जांच में दोषी पाए जाने पर कार्रवाई का भरोसा दिया गया है।