Location: Garhwa
मेराल, गढ़वा। थाना क्षेत्र के देवगाना गांव में 18 वर्षीय रेखा कुमारी अपने नवजात बच्चे के साथ विगत 10 दिनों से प्रेमी सुजीत प्रजापति के घर के बाहर धरने पर बैठी हुई है। रेखा न्याय की मांग कर रही है, जबकि सुजीत और उसके परिवार वाले घर छोड़कर फरार हैं।
प्रेम कहानी से धरने तक का सफर
रेखा ने बताया कि वह धुरकी प्रखंड के टाटीडिरी गांव निवासी हैं। पिछले साल छठ महापर्व के दौरान वह अपनी बड़ी बहन पूनम देवी के घर देवगाना गांव आई थीं। वहीं उनकी मुलाकात पूनम के चचेरे देवर सुजीत प्रजापति (21 वर्ष) से हुई। दोस्ती का यह रिश्ता प्यार में बदल गया।
रेखा ने कहा, “हम दोनों ने कई बार मुलाकात की और फोन पर बात होती रही। होली के समय जब मैं गर्भवती हुई तो सुजीत ने कहा कि बच्चे के जन्म के बाद घर वालों को बताएंगे, ताकि गर्भपात जैसी स्थिति न हो।”
1 अगस्त 2024 को रेखा ने टाटीडिरी उप-स्वास्थ्य केंद्र में एक बेटे को जन्म दिया। लेकिन जब रेखा ने यह सूचना सुजीत और उसके परिवार को दी, तो उन्होंने जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया।
थाना और एसपी से न्याय की गुहार
रेखा ने बताया कि सितंबर में गढ़वा महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने गढ़वा एसपी को लिखित आवेदन दिया। जब कोई परिणाम नहीं मिला, तो 5 नवंबर को वह अपने बच्चे के साथ सुजीत के घर पहुंच गईं।
सुजीत और उसके परिवार ने घर छोड़ दिया और अब घर पर ताला लगा है।