Location: Garhwa
गढ़वा: गढ़वा जिले से जुड़े झारखंड के सीमांत पर स्थित भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से इस बार जहां एक ओर इंडिया गठबंधन में कौन कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा राजद में से चुनाव लड़ेगा यह भविष्य के गर्भ में छिपा है । बावजूद इसके कि इंडिया गठबंधन की ओर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता आनंत प्रताप देव उर्फ छोटे राजा काफी सक्रिय दिख रहे हैं। परंतु पीछले दिनों झरखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के दौरे से अनंत के झामुमों से चुनाव लड़ने के राह में रोडे खड़ा कर दिया है।
अनंत प्रताप देव की सक्रियता से अनुमान लगाया जा सकता है कि भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से इस बार इंडिया गठबंधन के अनंत प्रताप देव हीं प्रत्याशी हो सकते हैं। परंतु झारखंड मुक्ति मोर्चा के सिंबल मिलने के श्री देव को लेकर संसय बना हुआ है । इसका मूल कारण यह है कि गढ़वा जिले में स्वतंत्र रूप से दो ही विधानसभा क्षेत्र पड़ता है गढ़वा और भनाथपुर । गढ़वा से वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री है ऐसे मे झामुमो से उनकी दावेदारी गढ़वा सीट पर पक्की है। पर क्या भवनाथपुर भी झारखंड मुक्ति मोर्चा को ही इंडिया गठबंधन सौंप देगा? यह सबसे बड़ा सवाल है ,ऐसा इसलिए की भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र इंडियबंधन में शामिल राजनीतिक पार्टियों की दृष्टिकौण से कांग्रेस का मजबूत दावेदारी बनता है। क्योंकि यहां से इंडिया गठबंधन दल में शामिल कांग्रेस पार्टी 2009 का चुनाव जीत चुकी है ,यह बात दिगर है कि आनंत प्रताप देव जो फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ है वही कांग्रेस का यहां से विधायक थे । परंतु उनका झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने के बाद क्या कांग्रेस भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से अपनी दावेदारी छोड़ देगी, इसकी संभावना कम ही है ।
भवनाथपुर पर काग्रेस मजबुती से दावेदारी कर सकती है, इसका संकेत पिछले दिनों गढ़वा जिले के दौरे पर आए झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर के दौरे से मिल चुका है। राजेश ठाकुर ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा के साथ भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र में दौरा कर चुके हैं । इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस अपनी परंपरागत गढ़वा जिले की भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र से मजबूती के साथ दावेदारी कर सकती है। ऐसे में आनंत प्रताप का क्या होगा? इसे लेकर अभी से अटकलबाजी का दौर शुरू हो चुका है।
वैसे अनंत प्रताप देव ही इंडिया गठबंधन की ओर से भवनाथपुर से प्रत्याशी हो सकते हैं, भले ही कांग्रेस की झोली में गठबंधन में सीट चला जाए । संभव है की आनंत प्रताप देव कांग्रेस के सिंबल पर भी गठबंधन का प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं । वैसे भी कांग्रेस पार्टी को छोड़कर ही वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हुए हैं अभी भी उनके अग्रज भाई राज राजेंद्र प्रताप देव कांग्रेस में ही है । इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है की इंडिया गठबंधन के पास अनंत प्रताप देव से मजबूत दुर -दुर तक दूसरा उम्मिदवार नहीं है ऐसे में आनंद प्रताप देव कांग्रेस में वापसी कर भी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बन जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।
हालांकि कांग्रेस के दृष्टिकोण से भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र 2019 के चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण दावेदारी को कमजोर कर रहा है क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारे गए केपी यादव जमानत तक नहीं बचा पाए थे। बावजूद जिस प्रकार से पीछले दिनों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर मानस सिंहा के साथ गढ़वा दौरे पर पहुंचे थे, तथा इस दौरान उनका फोकस भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र पर था उससे अनुमान लगाया जा रहा है की भवनाथपुर पर कांकांग्रे की पैनी निगाह है।