डंडई थाना क्षेत्र में पुलिस और पब्लिक के बीच हुई मारपीट की घटना अभी शांत भी नहीं हुई थी कि रविवार शाम बाना महुआ के पास एक दुकान में बैठे कुछ युवकों के साथ एसआई रवि कुमार और पुलिस बल के जवानों द्वारा मारपीट की घटना ने ग्रामीणों को उग्र कर दिया। इसके परिणामस्वरूप करीब दो घंटे तक एनएच 75 पर सड़क जाम रहा।
सूत्रों के अनुसार, मामला इतना गंभीर हो गया कि पुलिस को उग्र भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके जवाब में भीड़ ने पथराव किया। इस घटना में कई पुलिसकर्मी और बड़ी संख्या में ग्रामीण घायल हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी दीपक कुमार पांडे खुद मौके पर पहुंचे और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया।
ग्रामीणों ने बताया कि उमेश उरांव की गुमटी पर रघुनाथ इक्का, दीपक उरांव और मुखियापति सुरेंद्र गोस्वामी भूमि अधिग्रहण के मुआवजे को लेकर बातचीत कर रहे थे, तभी एसआई रवि कुमार की गश्ती टीम वहां पहुंची और बिना कोई बातचीत किए युवकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया, तो पुलिस और उग्र हो गई।
इस घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिला और पुरुष, सड़क पर उतर आए और पुलिस के व्यवहार के खिलाफ सड़क जाम कर दी। इसी दौरान सांसद बीडी राम की गाड़ी भी मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों से बात किए बिना वह वापस चले गए, जिससे ग्रामीण और भड़क गए और सांसद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
बाद में मेराल थाना के पदाधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और जाम हटाने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच बकझक हुई, जिसके बाद लाठीचार्ज और पथराव की घटनाएं हुईं, जिसमें कई लोग घायल हुए।
एसपी दीपक कुमार पांडे ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से बात की और एसआई रवि कुमार को निलंबित करने का आश्वासन देकर स्थिति को शांत किया। ग्रामीणों ने घटना के संबंध में लिखित आवेदन थाना प्रभारी विष्णु कांत को सौंपा। मौके पर डीएसपी नीरज कुमार, मिराज थाना और रमना थाना के अधिकारी और पुलिस जवान मौजूद थे।
करीब दो घंटे तक सड़क जाम रहने से आवागमन बाधित रहा और लोग काफी परेशान हुए।