Location: Manjhiaon
मझिआंव (प्रतिनिधि): मझिआंव और बरडीहा प्रखंड के सभी 15 पंचायतों में गुरुवार को मनरेगा सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम के तहत जनसुनवाई आयोजित की गई। इस दौरान पंचायतों में संचालित मनरेगा योजनाओं का बारीकी से अंकेक्षण किया गया।
जनसुनवाई में शामिल पंचायतें:
मझिआंव प्रखंड: टड़हे, पुरहे, रामपुर, बोदरा, सोनपुरवा, करमडीह, तलशबरिया, खरसोता और मोरबे पंचायत।
बरडीहा प्रखंड: बरडीहा, सलगा, ओबरा, आदर, जतरो-बंजारी और सुख नदी पंचायत।
कार्यक्रम की मुख्य जानकारी:
मझिआंव और बरडीहा पंचायतों में अंकेक्षण टीम के जजों ने जनसुनवाई के दौरान योजनाओं का लेखा-जोखा पेश किया।
बरडीहा पंचायत में जज उमेश कुमार, बीआरपी राजेश कुमार, तुलसीराम, टीपू कुमार, माया कुमारी और रूबी देवी की उपस्थिति रही।
सलगा पंचायत में जज जितेंद्र कुमार गुप्ता, किशोर कुमार यादव, दिनेश मेहता, बीरबल सिंह, देवंती देवी और सुमन कुजूर ने जनसुनवाई का संचालन किया।
जूरी मेंबर: बटेश्वर मेहता, अशर्फी भगत (सेवानिवृत्त शिक्षक), उप प्रमुख सकेन्द्र पासवान, जिपस अर्चना प्रकाश, शिव प्रसाद गुप्ता, ओमप्रकाश तिवारी, रूबी देवी और ललन पासवान शामिल थे।
जनसुनवाई के निष्कर्ष:
कई पंचायतों में मनरेगा योजनाओं में अनियमितता पाई गई।
संबंधित कर्मचारियों पर जुर्माना लगाया गया।
योजनाओं में हुए वित्तीय नुकसान की वसूली के आदेश भी दिए गए।
ग्रामीणों की सहभागिता:
कार्यक्रम में दोनों प्रखंडों के मुखिया, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
मुखिया सरोज देवी और उमेश प्रजापति ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई।
निष्कर्ष:
इस प्रकार की जनसुनवाई से न केवल मनरेगा योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित होती है, बल्कि पंचायत स्तर पर विकास कार्यों में जवाबदेही भी बढ़ती है।