Location: Meral
मेराल । प्रखंड मुख्यालय के पूर्वारा टोला प्राथमिक विद्यालय में रविवार को महर्षि सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज की 137वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रदेश अन्न मंत्री उपेंद्र नाथ मिश्र, सरजू प्रसाद अग्रवाल, ललित कुमार पांडे, अनिल साहू जिला संयोजक सुरेंद्र विश्वकर्मा, अरविंद प्रसाद गुप्ता, प्रखंड प्रभारी नरेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर एवं सद्गुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर सत्संग चर्चा में उपेंद्र नाथ मिश्र ने कहा कि महर्षि सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज का जन्म ऋषि वंश परंपरा के श्रृंगी वंश में हुआ। जिन्होंने 17 वर्षों की कठिन तपस्या कर ब्रह्मविद्या को संसार में मानव मात्र के कल्याण के लिए प्रकट किया। जिला संयोजक सुरेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि विहंगम योग मानव जीवन के कल्याण का एक संपूर्ण योग विज्ञान है। सद्गुरु वह तकनीक बताते हैं जिससे साधक विहंगम योग की साधना कर आत्मज्ञान प्राप्त कर जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो सकता है। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज की महिमा तथा विहंगम योग पर विस्तार से प्रकाश डाला। सत्संग कार्यक्रम में लोगों ने एक से बढ़कर एक सोहर और भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रम मुक्त कर दिया। कार्यक्रम के अंत में विहंगम योग संत समाज के पदाधिकारी के बीच बैठक की गई जिसमें 13 सितंबर को गढ़वा में आयोजित संत पर्व विज्ञान देव जी महाराज के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई साथ ही उमराहा स्वर्वेद मंदिर में विश्व कल्याण के लिए आयोजित हवन यज्ञ के लिए लोगों से संकल्प कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गुलाब रामचंद्रवंशी, सीताराम भगत, संजय भगत, भारत प्रसाद पटवा, विरझान राम, कांति देवी, रंभा देवी, ममता देवी, शांति देवी, श्याम देवी, रमेश मेहता, लक्ष्मी मेहता, रामेश्वर विश्वकर्मा, देवेंद्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष एवं बच्चे श्रद्धालु शामिल थे।