Location: Meral
लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ आज नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गया है। श्रद्धालुओं ने स्नान-ध्यान कर पवित्र भोजन ग्रहण कर सूर्योपासना के इस विशेष पर्व की शुरुआत की है। इस अवसर पर नदी, सरोवर, तालाब, और कुंओं सहित विभिन्न जल स्रोतों पर छठ पूजा समितियों द्वारा साफ-सफाई और रोशनी की व्यवस्था की जा रही है, जिससे छठ घाटों को सजाया जा सके।
गढ़वा जिला मुख्यालय के दानरो नदी घाट पर भी हर साल की तरह इस बार विभिन्न क्लबों द्वारा छठ व्रतधारियों के लिए घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। दानरो नदी के साथ-साथ सरस्वती नदी किनारे स्थित घाटों को भी विभिन्न पूजा समितियों द्वारा सजावट और अन्य व्यवस्थाओं के साथ तैयार किया जा रहा है।
शुद्धता, पवित्रता और आस्था का प्रतीक यह महापर्व मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ। श्रद्धालुओं ने जलाशयों के किनारे साफ-सफाई की है और आने-जाने के रास्तों की व्यवस्था, बिजली की सुविधा आदि को दुरुस्त किया गया है ताकि व्रतधारियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
इस वर्ष चुनाव के कारण छठ महापर्व की रौनक कुछ कम महसूस हो रही है। आमतौर पर छठ से एक सप्ताह पूर्व से ही छठ गीतों की गूंज और बाजारों में चहल-पहल नजर आती थी, जो इस बार थोड़ी कम दिखाई दे रही है। इसके बावजूद शहर से लेकर गांव तक छठ व्रतधारियों की संख्या में कमी नहीं आई है, बल्कि हर वर्ष की तरह यह संख्या बढ़ रही है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नदी, तालाब और आहर के किनारे छठ घाटों की साफ-सफाई पूरी कर ली गई है।
प्रशासन ने चुनावी ड्यूटी के बावजूद छठ घाटों का निरीक्षण जारी रखा है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो।