Location: Garhwa
गढ़वा जिले के खरौंधी प्रखंड के हुसुर गांव से 3 महीने पूर्व गायब हुई नीलम सोनभद्र जिले के गुप्ता धाम गुफा में मिली। वहां वह नागिन के रूप में परिजनों को16 मीटर अंदर गुफा में मिली । गुफा के अंदर ही शिवलिंग है। वह 72 दिनों तक बिना कुछ खाए पिए अंदर थी।
16 मई को नीलम गांव के मंदिर से अचानक गायब हो गई थी। परिजन उसे 3 महीने से खोज रहे थे। लेकिन उसका पता नहीं चल रहा था। गुप्ता धाम भी उसे खोजने गए थे लेकिन वह नहीं मिली थी। नीलम ने घर से जाने के पहले बताया था कि उसे कोई बुला रहा है वह जाएगी और गुफा के अंदर चली जाएगी। इसी बीच वह घर से गायब हो गई थी।
परिजन खोजबीन कर थक चुके थे। इसी बीच उसकी मां अमरावती देवी को सपना आया कि नीलम गुप्ता धाम गुफा में है । अमरावती देवी अपने बेटे गौतम के साथ सावन की दूसरी सोमारी को नीलम की खोज में गुप्ता धाम चली गई । वहां अंदर गुफा में देखा कि नीलम अजीब हरकत कर रही है। वह जय मां काली, जय मां काली, जय मां काली बोल रही थी। आधे कपड़े में दिख रही है। और सांप की तरह जीभ निकाल रही है। आधा शरीर गुफा के अंदर था। मां और भाई उसे देखकर हैरान रह गए। उसे घर चलने को कहा तो कहा कि नहीं जाएंगे। जाने के पहले 12 घंटे के अखंड कीर्तन करो तब चलेंगे। परिजनों ने आसपास के लोगों के सहयोग है अखंड कीर्तन कराया इसके बाद नीलम घर लौटी।
नीलम बताती है कि वह वहां कब कैसे गई उसे कुछ भी पता नहीं है। कुछ याद नहीं है। उसे जो आदेश मिला है वह करेगी। उसे भोजन करना मना है। मैं बिना भोजन के रह रही हूं। अब मेरा गुप्ता धाम में आना-जाना लगा रहेगा।
नीलम को देखने के लिए आसपास के लोग जमा हो रहे हैं। कुछ लोग इसे दैविक चमत्कार और शक्ति मान रहे हैं। नीलम कहती है कि उसके पास जो आएगा उसे वह आशीर्वाद देगी। भला तो भगवान करेंगे। यदि भला होगा तो भी ठीक नहीं होगा तो भी ठीक। सब भगवान की मर्जी। ह हुसुर गांव की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। कुछ लोग इसे अंधविश्वास भी मान रहे हैं।