Location: Shree banshidhar nagar
आधा दर्जन लोग बिजली चोरी करते पकड़े गए
: बंशीधर नगर विद्युत विभाग की ओर से विद्युत ऊर्जा चोरी के विरुद्ध चेचरिया व पुरैनी गांव में छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान चेचरिया में 4 व पुरैनी गांव में 2 लोगों को अवैध रूप से विद्युत ऊर्जा चोरी करते पाया गया। उक्त सभी लोगों के विरुद्ध गुरुवार को थाने में कनीय विद्युत अभियंता अमल राय के द्वारा विद्युत ऊर्जा चोरी के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है। जिनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है, उसमें प्रभु कुमार मेहता, सुरेंद्र जायसवाल, चंदन जायसवाल, अमित कुमार सभी चेचरिया तथा सिकंदर प्रसाद गुप्ता व मदन प्रसाद दोनों पुरैनी गांव का नाम शामिल है।
छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया
बंशीधर नगर:- माय चॉइस फाउंडेशन एवं एवार्ड स्वयं सेवी संगठन की ओर से गुरुवार को उत्क्रमित मध्य विद्यालय नरखोरिया कला में सुरक्षित गांव कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया, साथ ही संस्था के लोग गांव में घूम-घूम कर महिला-पुरुषों को जागरूक किए। बच्चों व ग्रामीणों को जागरुक करते हुए एवार्ड के सचिव सुरेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र में शादी ना करें, बाहर काम करने ना जाएं, यदि कोई गांव में बच्चों को लेने आता है तो इसकी सूचना गांव के मुखिया, प्रमुख लोगों व विद्यालय के शिक्षकों को जरूर दें। एक अच्छे माता-पिता के कर्तव्य व दायित्व के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। मानव तस्करी क्या है, यह कैसे होता है, यौन तस्करी, तस्करी क्यों होती है इस संबंध में विस्तृत जानकारी दिया। कहा कि घरेलू हिंसा तस्करी के मूल कारणों में एक है। धोखे व छल के संकेत के बारे में बताकर ग्रामीणों को जागरूक किया। कहा कि घरेलू हिंसा और तस्करी के बीच करीबी रिश्ता है। जहां घरेलू हिंसा होती है वहां की औरतें व लड़कियां तस्करी के चपेट में आसानी से आ सकती हैं। देश की 50 प्रतिशत से भी अधिक महिलाएं किसी न किसी प्रकार के घरेलू हिंसा से गुजरती हैं। चाहे वह किसी भी सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक या धार्मिक मान्यता से हो। घरेलू हिंसा महिलाओं के विरुद्ध हिंसा का सबसे प्रचलित रूप है और सबसे कम रिपोर्ट या पहचान किया जाता है। परिवार महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित स्थान माना जाता है। पर घरेलू हिंसा घर की चार दीवारी के अंदर होती है। इसमें दोषी अक्सर कोई करीबी होता है, जैसे मायके से, ससुराल से या लिव इन साथी। इस विषय में खामोशी का कारण यह डर है कि बाहर वालों को इस बात का पता चला तो परिवार को शर्मिंदगी और अपमान का सामना करना पड़ेगा। शारीरिक शोषण, भावनात्मक शोषण, यौन शोषण, वित्तीय शोषण के बारे में व�