रांची: हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र के चतरो गांव में एक अजीब घटना हुई। संभवत पहली बार ऐसी घटना सुनने को मिली। 4 महीने पहले जिस घर के आंगन में बेटी की डोली गई थी, उसी घर के आंगन में पिता और परिजनों ने अपनी बेटी का दाह संस्कार कर दिया। चतरो गांव निवासी केशव यादव के बेटे अजीत यादव से चौपारण प्रखंड के जगदीशपुर गांव निवासी जगदीश यादव ने चार महीने पहले अपनी बेटी प्रीति की शादी की थी। आरोप है कि ससुराल वालों ने तीन-चार दिन पहले प्रीति की हत्या कर लाश एक डोभा में फेंक दिया था। पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर प्रीति की लाश डोभा से बरामद की थी। मायके वालों ने प्रीति के पति, देवर सहित 11 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने पति और देवर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि अन्य आरोपी घर से फरार हैं। कल सैकड़ों की संख्या में जगदीशपुर से लोग प्रीति के ससुराल पहुंचे। यहां उन्होंने प्रीति के पति के घर के आंगन में ही अपनी बेटी का दाह संस्कार कर दिया। गांव वालों ने घर में दाह संस्कार करने से मना किया। लेकिन जगदीशपुर से आए लोग नहीं माने। ग्रामीणों के साथ मारपीट भी हुई। लोग जबरन घर में लाश जला कर चले गए। उनका कहना था कि मेरी बेटी की हत्या हुई है। हम लाश घर क्यों ले जाएं। हमने इसी घर में बेटी को भेजा था इसलिए लाश ही जलाएंगे। गांव में तनाव की सूचना के बाद पुलिस पहुंची। तब तक जगदीशपुर के लोग जा चुके थे। पुलिस ने एक कार भी बरामद की है। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस बल तैनाती कर दी गई है।