Location: Manjhiaon
मझिआंव: सोनपुरवा पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय झपही में लंबे समय से बंद मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) सेवा को आखिरकार फिर से शुरू कर दिया गया है। जिला शिक्षा समिति (डीएससी) ने विद्यालय प्रबंधन समिति (वीएमसी) के पूर्व अध्यक्ष शहबाज खां और संयोजिका नसीम बीवी के तानाशाही रवैये के कारण पुरानी समिति को भंग करने का निर्देश दिया।
क्या है मामला?
20 नवंबर को विद्यालय के विप्रस अध्यक्ष और संयोजिका ने स्कूल के गोदाम में ताला लगा दिया था, जिससे एमडीएम सेवा ठप हो गई। इस पर हेडमास्टर एजाज अहमद ने बीआरसी कार्यालय को लिखित शिकायत दी। जांच में शिकायत सही पाई गई। बीपीओ विभा रानी कुजूर ने रसोईया और ग्रामीणों की मौजूदगी में गोदाम का ताला तोड़कर एमडीएम शुरू करने का निर्देश दिया। हालांकि, अध्यक्ष ने 6 दिसंबर को रसोईया को जबरन भगा दिया, जिससे एमडीएम फिर से बंद हो गया।
डीएससी का हस्तक्षेप:
हेडमास्टर द्वारा दोबारा डीएससी को सूचना देने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएससी अनुराग मिंज ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रतिमा कुमारी को पुरानी समिति भंग करने और एमडीएम फिर से शुरू कराने का निर्देश दिया। इसके तहत बीईईओ कार्यालय से आदेश जारी कर हेडमास्टर को हर हाल में एमडीएम चालू कराने को कहा गया।
एमडीएम फिर शुरू:
सोमवार को विद्यालय में एमडीएम सेवा बहाल कर दी गई। 104 नामांकित बच्चों में से 62 बच्चे उपस्थिति दर्ज कराए। एमडीएम बंद होने के कारण बच्चों की उपस्थिति में भारी गिरावट आई थी।
स्थिति का सुधार:
मध्यान्ह भोजन की बहाली से स्कूल में अराजकता का माहौल समाप्त हुआ है, और बच्चों की उपस्थिति बढ़ने की उम्मीद है। ग्रामीणों और अभिभावकों ने प्रशासन की इस कार्रवाई की सराहना की है।
प्रभाव:
यह कदम शिक्षा विभाग की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई को दर्शाता है, जिससे बच्चों के अधिकार सुरक्षित हुए हैं और विद्यालय में अनुशासन कायम हुआ है।