Location: रांची
झारखंड विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव करने का मन बना लिया है। पार्टी ने निर्णय लिया है कि पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों का चयन चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए भाजपा 15 दिसंबर से सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है।
संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने झारखंड के तीन दिवसीय दौरे में पार्टी की हार पर गहन चर्चा की। इस दौरान विभिन्न कमेटियों से बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया कि पार्टी के पुराने संगठनात्मक ढांचे को अपनाते हुए पंचायत स्तर से प्रदेश स्तर तक बड़े फेरबदल किए जाएंगे। फरवरी तक इस प्रक्रिया को पूरा करने की योजना है।
हार के कारणों पर मंथन
पार्टी सूत्रों का मानना है कि झारखंड में भाजपा की हार के पीछे हेमंत सोरेन सरकार की ‘मईया सामान योजना’ और आजसू प्रमुख सुदेश महतो के साथ तालमेल का असफल होना मुख्य कारण रहे। इसके चलते भाजपा झारखंड की राजनीति में सुदेश महतो के साथ भविष्य में संबंधों पर पुनर्विचार कर सकती है।
नए कदम: सदस्यता अभियान और संगठन चुनाव
भाजपा ने 15 दिसंबर से सदस्यता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके बाद पार्टी पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठन में पदाधिकारियों का चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से चयन करेगी। यह कदम झारखंड में भाजपा को नई ऊर्जा और मजबूती देने की दिशा में उठाया गया है।
पुराने ढांचे की ओर वापसी
भाजपा अटल-आडवाणी के दौर के संगठनात्मक ढांचे को फिर से अपनाने की तैयारी में है। पार्टी का मानना है कि यह प्रणाली कार्यकर्ताओं के बीच भरोसा बढ़ाने और जमीनी स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने में कारगर साबित होगी।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, भाजपा का यह कदम झारखंड में पार्टी के लिए नई रणनीति का संकेत है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन बदलावों का पार्टी के प्रदर्शन पर क्या प्रभाव पड़ता है।