Location: Garhwa
झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। मतगणना से ठीक पहले की यह रात प्रत्याशियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और तनावपूर्ण साबित हो रही है। हर राजनीतिक दल और उनके उम्मीदवारों की नजरें कल आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं, जो उनके भविष्य का फैसला करेंगे।
आज रात राजनीतिक गलियारों में बेचैनी और हलचल चरम पर है। कुछ प्रत्याशी अपने करीबी समर्थकों के साथ रणनीतियों पर चर्चा कर रहे हैं, तो कुछ पूजा-पाठ और ईश्वर की आराधना में लगे हुए हैं। वहीं, कई प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं और परिवारजनों के साथ रात गुजारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मन की बेचैनी उनके चेहरे पर साफ झलक रही है।
एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन: सरकार बनाने की जंग
इस बार झारखंड चुनाव के परिणाम पर एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों की नजरें टिकी हुई हैं। दोनों ही गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
एनडीए ने अपने प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में तेज प्रचार किया, वहीं गठबंधन में शामिल क्षेत्रीय दलों ने भी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। उनका दावा है कि उनके विकास के वादे और केंद्र की योजनाओं को जनता का समर्थन मिला है।
दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन, जिसमें झामुमो, कांग्रेस और राजद शामिल हैं, ने राज्य के मूल निवासियों, आदिवासियों और किसानों के मुद्दों को केंद्र में रखकर चुनाव लड़ा। गठबंधन का दावा है कि भाजपा की नीतियों से नाराज मतदाताओं ने उन्हें इस बार मौका दिया है।
कांटे की टक्कर की उम्मीद
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार कई सीटों पर कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। मतगणना में हर राउंड के बाद तस्वीर बदल सकती है। क्षेत्रीय दलों की भूमिका निर्णायक हो सकती है, जो अंतिम परिणाम में बड़ा उलटफेर कर सकती है।
आज की यह रात प्रत्याशियों के लिए भले ही लंबी हो, लेकिन कल का दिन उनके राजनीतिक करियर की दिशा तय करेगा। जनता ने किस पर विश्वास जताया है और झारखंड की सत्ता की चाबी किसे सौंपेगी, इसका खुलासा कल मतगणना के बाद होगा।