Location: पलामू
हेमंत सोरेन सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की तिथि 5 दिसंबर को तय हो चुकी है, लेकिन नए मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चाओं और अटकलों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस, झामुमो और राजद ने अपने-अपने हिस्से के लिए संभावित नामों की सूची तैयार कर ली है, लेकिन राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के चलते अब तक कोई भी दल इसे सार्वजनिक करने से बच रहा है।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मंत्रियों की सूची राज्यपाल को सौंपने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि किन नामों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा।
पलामू से मंत्री बनने की संभावनाएं
पिछली बार पलामू से झामुमो के मिथिलेश कुमार ठाकुर और बैजनाथ राम मंत्री बने थे। हालांकि, इस बार दोनों नेता विधानसभा चुनाव हार चुके हैं, जिससे पलामू क्षेत्र के लिए नए चेहरे सामने आ रहे हैं।
अनंत प्रताप देव सबसे आगे:
भवनाथपुर के विधायक अनंत प्रताप देव का नाम इस दौड़ में सबसे मजबूत माना जा रहा है। क्षेत्रीय संतुलन और जातीय समीकरण के चलते उनका नाम प्रबल दावेदारों में शामिल है। हालांकि, कांग्रेस के अनूप सिंह और चुन्ना सिंह जैसे नेता उनके लिए चुनौती बन सकते हैं।
हुसैनाबाद से राजद कोटे की चर्चा:
हुसैनाबाद से राजद विधायक संजय सिंह यादव के बजाय सुरेश पासवान का नाम चर्चा में है। यदि ऐसा होता है, तो पलामू प्रमंडल में झामुमो के लिए अनंत प्रताप देव को शामिल करना आवश्यक हो जाएगा।
अन्य संभावित नाम
कांग्रेस कोटे से:
प्रदीप यादव
दीपिका पांडे
डॉ. इरफान अंसारी
निशत आलम
ममता देवी
अनूप सिंह
झामुमो कोटे से:
दीपक बिरुआ
रामदास सोरेन
लुइस मरांडी
मथुरा प्रसाद महतो
सविता महतो
उमाकांत रजक
हफीजुल अंसारी
अनंत प्रताप देव
राजनीतिक समीकरण और संतुलन
मंत्रिमंडल विस्तार में पलामू प्रमंडल से प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना राजनीतिक रूप से हेमंत सोरेन सरकार के लिए जरूरी है। इससे न केवल क्षेत्रीय असंतोष दूर होगा, बल्कि सरकार की राजनीतिक स्थिरता भी मजबूत होगी।
आगामी दिनों में यह देखना रोचक होगा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद के बीच तालमेल से किस तरह का मंत्रिमंडल तैयार होता है और पलामू को इसमें कितना प्रतिनिधित्व मिलता है।