Location: Garhwa
गढ़वा गढ़वा सदर अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधा चरमरा गई है। आलम यह है कि अस्पताल में जरूरी व्यवस्था भी नहीं है। सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों का इलाज जुगाड़ सिस्टम से हो रहा है। अस्पताल में स्टैंड नहीं रहने के कारण मरीजों को स्लाइन अस्पताल के बिजली वायरिंग में लटकार चढ़ाया जा रहा है। सदर अस्पताल में स्टैंड की कमी है। मरीज को बिजली के तार में लटकार पानी चढ़ाना खतरों से खाली नहीं है। सदर अस्पताल में कुल 62 बेड हैं। उसपर मात्र सात स्टैंड हैं।
अस्पताल के मेडिकल वार्ड में आठ बेड पर एक भी स्टैंड नहीं है। महिला वार्ड में एक स्टैंड, सर्जिकल वार्ड में 22 बेड पर दो स्टैंड हैं। वहीं प्रसव कक्ष में 39 बेड पर सिर्फ नौ स्टैंड हैं। सदर अस्पताल में बुधवार को को 28 मरीजों का इलाज चल रहा था। उनमें 11 मरीजों को दोपहर में पानी चढ़ रहा था। उक्त मरीजों में सिर्फ तीन मरीज को ही स्टैंड में स्लाइन लगाकर चढ़ाया जा रहा था। बुधवार को सदर अस्पताल में पानी चढ़ रहा सहिजना की माया देवी ने बताया किसी तरह सिस्टर ने पानी लगा दी है। ऐसे में इधर-उधर होने में काफी दिक्कत हो रही है।
मालूम हो कि सदर अस्पताल के सुंदरीकारण को लेकर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। पानी स्टैंड की कमी के कारण आए दिन मरीज के परिजन हंगामा करते हैं। उसका सबसे ज्यादा दंश अस्पताल में कार्य कर रही नर्सों को झेलना पड़ता है। शनिवार को भी एक ऐसी ही घटना सामने आई। अस्पताल की अव्यस्था से नाराज एक मरीज के परिजन इतने आक्रोशित थे कि उन्होंने कहा कि अस्पताल सिर्फ दिखाने कहा है। सुविधा के नाम पर सिर्फ फटा हुआ बेड है। इतना ही उन्होंने नर्स पर भी अपनी जमकर भड़ास निकाली।
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा कि सदर अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के कारण मरीज को को रस्सी के सहारे पानी चढ़ाना पड़ रहा है। वैसे स्टाफ को तत्काल स्पष्टीकरण की मांग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में स्लाइन की स्टैंड काफी मात्रा में है।