Location: Garhwa
गढ़वा: सदर अस्पताल के सामने स्थित चौधरी जनरल हॉस्पिटल में नि:शुल्क निःसंतान दंपति परामर्श शिविर (आईवीएफ कैंप) का आयोजन किया गया। इस शिविर में रांची के अवेटा टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की प्रसिद्ध स्त्री, प्रसूति एवं बांझपन रोग विशेषज्ञा डॉ. रूपाश्री पुरुषोत्तम और उनकी मेडिकल टीम ने निःशुल्क जांच की।
शिविर में करीब 25 निःसंतान दंपतियों को नि:शुल्क आईवीएफ प्रक्रिया और इसकी जानकारी दी गई। शिविर में वे दंपति शामिल थे जो विवाह के एक वर्ष बाद भी संतान सुख प्राप्त करने में असमर्थ रहे। इसके अलावा पुरुषों में शुक्राणु की कमी, महिलाओं में अंडाणु की कमी, नसबंदी के बाद माँ बनने की इच्छा, अनियमित माहवारी, ल्यूकोरिया और पीसीओडी जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोग भी शिविर में पहुंचे।
बांझपन पर जागरूकता की आवश्यकता
हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. कुलदेव चौधरी ने कहा कि समाज में बांझपन को लेकर कई भ्रांतियां और नकारात्मक धारणाएं हैं। विशेष रूप से महिलाएं इसका मानसिक और सामाजिक दंश झेलती हैं। उन्हें परिवार और समाज से उपेक्षा और अपमान का सामना करना पड़ता है, जो उनके आत्मविश्वास को कमजोर कर देता है। डॉ. चौधरी ने कहा कि सही जानकारी और समय पर इलाज से इस समस्या का समाधान संभव है। आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों की मदद से मातृत्व सुख प्राप्त किया जा सकता है।
विशेषज्ञ परामर्श और नियमित सेवा
डॉ. रूपाश्री पुरुषोत्तम हर महीने की 29 तारीख को चौधरी जनरल हॉस्पिटल में नि:शुल्क परामर्श देती हैं। अधिक जानकारी के लिए 9955441987 और 6205744015 पर संपर्क किया जा सकता है।
शिविर में मौजूद प्रमुख लोग
कार्यक्रम के दौरान हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. जुली कुमारी, आईवीएफ काउंसलर रूपेश पांडे, मदन कुमार महतो, एएनएम संगीता कुमारी, एएनएम कविता कुमारी, लैब टेक्नीशियन कुलदीप ठाकुर, फार्मासिस्ट राहुल चौधरी, फैयाज अंसारी, रौशन कुमार और राहुल कुमार उपस्थित थे।
बांझपन अब अभिशाप नहीं, जागरूकता और इलाज से संभव है समाधान।