Location: रांची
झारखंड की 43 विधानसभा सीटों पर नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। इसके बावजूद, एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ने अब तक अपने प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। एनडीए की ओर से सीटों का तालमेल पहले ही फाइनल हो चुका है, लेकिन भाजपा, जिसने चुनावी घोषणा के 48 घंटों के भीतर प्रत्याशी सूची जारी करने का दावा किया था, ने अब तक इस पर अमल नहीं किया है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने झारखंड के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची तीन दिन पहले ही फाइनल कर ली थी। हालांकि, पार्टी ने इसे सार्वजनिक रूप से घोषित करने में देरी की है। अंदरूनी जानकारी के मुताबिक, भाजपा अब इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार कर रही है, ताकि वह अपनी रणनीति को और पुख्ता कर सके। भाजपा के उम्मीदवारों को गोपनीय रूप से चुनाव की तैयारी के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं, लेकिन पार्टी का मानना है कि अगर सूची की घोषणा दो-तीन दिनों बाद भी होती है, तो इससे कोई खास नुकसान नहीं होगा।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा की प्रत्याशी घोषणा में देरी के दो प्रमुख कारण हैं। पहला, भाजपा चाहती है कि इंडिया गठबंधन उसके प्रत्याशी घोषित होने के बाद अपने उम्मीदवारों के चयन में किसी नए समीकरण का लाभ न उठा सके। दूसरा कारण यह है कि पार्टी अपने संभावित बागी नेताओं को नियंत्रित करना चाहती है। जैसे ही भाजपा उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक होगी, टिकट की दौड़ में शामिल कुछ नेता, जिन्हें उम्मीद थी कि वे उम्मीदवार बनेंगे, पार्टी के खिलाफ बगावत कर सकते हैं। यह नेता या तो विपक्षी दलों में शामिल हो सकते हैं या निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकते हैं, जिससे चुनावी माहौल खराब हो सकता है।
इन्हीं कारणों से भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा को लेकर बेहद सावधानी बरत रही है। पार्टी नहीं चाहती कि जिन नेताओं को टिकट न मिले, वे इंडिया गठबंधन के लिए कोई अवसर पैदा करें। इसी रणनीति के तहत भाजपा अपने प्रत्याशियों की घोषणा में कुछ और समय ले सकती है।