Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर प्रखंड में आचार संहिता समाप्त हो चुकी है, लेकिन स्कूली छात्रों को मिलने वाली साइकिलें अब भी प्रखंड कार्यालय में धूल फांक रही हैं। सरकारी योजना के तहत छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक प्रोत्साहन के रूप में साइकिल प्रदान की जाती है, ताकि दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले बच्चे आसानी से स्कूल आ-जा सकें। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और लापरवाही के कारण ये साइकिलें समय पर वितरित नहीं हो पा रही हैं।
प्रखंड कार्यालय में सैकड़ों साइकिलें महीनों से जमा हैं, जो स्कूलों तक पहुंचने का इंतजार कर रही हैं। छात्रों और उनके अभिभावकों ने बार-बार इसे लेकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। आचार संहिता लागू होने से पहले भी साइकिल वितरण में देरी देखी गई थी, और अब चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस लापरवाही के कारण सैकड़ों छात्र शिक्षा से वंचित हो रहे हैं, क्योंकि कई बच्चे लंबी दूरी तय करने में असमर्थ हैं। वहीं, प्रखंड प्रशासन का कहना है कि साइकिल वितरण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी, लेकिन इन दावों पर अमल होता नहीं दिख रहा है।
सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है, लेकिन अगर योजनाओं को समय पर लागू नहीं किया जाता, तो इसका लाभ नहीं मिल पाता। स्थानीय लोगों और शिक्षाविदों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल साइकिल वितरण सुनिश्चित करे, ताकि छात्रों को उनकी शिक्षा में किसी प्रकार की बाधा न हो।
समय पर साइकिल वितरण न होने से न केवल सरकारी योजनाओं की साख पर सवाल खड़ा हो रहा है, बल्कि इससे बच्चों का भविष्य भी प्रभावित हो रहा है। ऐसी लापरवाहियां योजना के उद्देश्य को विफल करने का काम करती हैं।