Location: Garhwa
लातेहार जिले के छिपादोहर थाना क्षेत्र के चुंगरु पंचायत के नावाडीह गांव स्थित भीमपांव जंगल में भाकपा माओवादी के 15 लाख के इनामी और रीजनल कमेटी सदस्य छोटू खरवार का शव बरामद किया गया। छोटू की गोली मारकर हत्या की गई है। उसके खिलाफ झारखंड के विभिन्न जिलों में 100 से अधिक मामले दर्ज थे।
2013 में सीआरपीएफ जवानों पर हमले में था शामिल
छोटू खरवार का नाम 2013 में लातेहार में हुए आईईडी विस्फोट में भी सामने आया था, जिसमें सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा, 2019 में चंदवा थाना क्षेत्र में हुए नक्सली हमले में भी छोटू की भूमिका थी, जिसमें चार पुलिसकर्मी शहीद हुए थे।
आपसी विवाद में हुई हत्या की आशंका
सूत्रों के अनुसार, छोटू खरवार की हत्या भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर मनीष यादव द्वारा किए जाने का शक है। बताया जा रहा है कि लेवी के बंटवारे को लेकर माओवादी आपस में विवाद कर रहे थे, जिसके दौरान छोटू को गोली मार दी गई।
पुलिस को लंबे समय से दे रहा था चुनौती
लातेहार का रहने वाला छोटू खरवार पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाए गए, लेकिन हर बार वह बच निकलता था।
पुलिस फिलहाल इस हत्या की जांच में जुटी है। नक्सलियों के आपसी संघर्ष के कारण यह घटना मानी जा रही है।