Location: Manjhiaon
बरडीहा प्रखंड के अनुसेवक सुरेश रजवार की मृत्यु को तीन साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन उनकी विधवा पत्नी कलिंदा देवी को अब तक कोई सरकारी सहायता या अनुकंपा पर नौकरी नहीं मिल सकी है। 14 जुलाई 2021 को सुरेश रजवार की तनाव के चलते आत्महत्या से मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद से उनकी पत्नी अपने चार छोटे बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मजदूरी कर किसी तरह जीवन यापन कर रही है।
कलिंदा देवी ने प्रखंड और उपायुक्त कार्यालय तक कई बार आवेदन दिया, लेकिन उन्हें ना कोई आर्थिक सहायता प्राप्त हुई और ना ही नौकरी का अवसर। कलिंदा देवी ने उपायुक्त से जल्द से जल्द अनुकंपा नौकरी और सरकारी लाभ प्रदान करने की गुहार लगाई है।
बीडीओ का बयान:
प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश सहाय ने इस मामले को गंभीर और पेचीदा बताया। उन्होंने बताया कि सुरेश रजवार की पहली पत्नी की मृत्यु नक्सली हिंसा में हुई थी, जिसके बाद सुरेश को अनुकंपा नौकरी मिली थी। अब पहली पत्नी से उनकी एक पुत्री भी अनुकंपा नौकरी का दावा कर रही है, जिससे मामला और जटिल हो गया है।
सहाय ने बताया कि इस मामले में उपायुक्त शेखर जमुआर ने झारखंड सरकार के प्रधान सचिव से मार्गदर्शन मांगा है। मार्गदर्शन मिलने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा कि किसे सरकारी सहायता और अनुकंपा नौकरी दी जाएगी। अगर मार्गदर्शन स्पष्ट नहीं होता है, तो यह मामला न्यायालय में भी जा सकता है।