Location: Garhwa
फायरिंग कांड में इंटरनेशनल कनेक्शन भी आया सामने
गढ़वा: गढ़वा जिले की मेराल में फ्लाईओवर निर्माण के पिलर नंबर एक पर फायरिंग कांड जो विगत 11 जुलाई को हुई थी ,उस कांड को अमन साहू गिरोह के सदस्यों ने मलेशिया में बैठे मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा के इशारे पर अंजाम दिया था। इसका खुलासा आज गढ़वा के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय ने घटना को अंजाम देने वाले गिरफ्तार 3 अपराधीयों की जानकारी देते हुए मीडिया के समक्ष किया है।
उन्होंने बताया कि मेराल फ्लाई ओवर निर्माण कंपनी एमजीसीपीएल के साइड पर घाटी फायरिंग की घटना को अंजाम देने के लिए 9 जुलाई को गुमला से अमन साहू गिरोह के दो सदस्य रेकी करने मेराल आए थे ।उक्त दोनों के द्वारा रेकी करने के बाद 11 जुलाई को एक बाइक पर 3 अपराधी फायरिंग की घटना को अंजाम दिया जिसमें आज की रफ्तार किया गया सिमडेगा जिले का बानो थाने का बूझगा ठालो बेड़ा निवासी विक्रम सिंह एवं उसके दो सहयोगी गुमला जिले का कुम्हार तोटी पालकोट थाना निवासी सूरज देव एवं गुमला ही जिले का पालकोट निवासी सूरज पासवान उर्फ सूरज जर्म ने घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस अधीक्षक श्री पांडे ने बताया कि दरअसल उक्त लोगों ने निर्माण कंपनी से वसूली के उद्देश्य से इस घटना को विदेश में मलेशिया के क्वाआमलामपुर में बैठा अमन साहू गिरोह के मयंक सिंह के इशारे पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिए थे।
उन्होंने बताया कि दरअसल आज उन्हें सूचना मिली की एन एच 75 पर डूमरो गांव के पास एक बाइक पर तीन संदिग्ध लोग दिखाई पड़े हैं। इस सूचना पर पुलिस के द्वारा जब छापेमारी किया गया तो उक्त तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया पकड़े जाने के बाद पूछताछ करने पर उक्त लोगों ने फायरिंग करने में शामिल होने की बात स्वीकार की है तथा उन्होंने बतलाया किस घटना को अंजाम देने के बाद जो विक्रम जिसने फायरिंग साइट पर किया था ।वह दो दिन बाद रायपुर गया जहां पर उसने मयंक सिंह के इशारे पर दो हथियार रायपुर में सूटरों को उपलब्ध कराया जिनके द्वारा वहां भी सड़क निर्माण कंपनी के साइड पर मेराल की ही तरह फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस घटना का मुख्य आरोपी मयंक सिंह ही है। जिसके द्वारा फायरिंग किया गया था। उन्होंने बताया कि दरअसल मयंक सिमडेगा जेल में बंद था वह पिछले 9 जून को ही जेल से बाहर निकाला है। पुलिस अधीक्षक श्री पांडे ने बताया कि सिमडेगा जेल में ही इस घटना को अंजाम देने की पूरी प्लानिंग जेल में बंद अमन सिंह गिरोह के आशीष साहू उर्फ़ पकौड़ी आकाश राय उर्फ मोनू राय के साथ तैयार किया गया था।
पुलिस अधीक्षक श्री पांडे ने बताया कि विक्रम के द्वारा जिस मोबाइल को उपयोग किया गया था उस मोबाइल को उसने तोड़कर एवं कपड़े को गुमला में ही फेंक दिया है जिसे बरामद करने के लिए गढ़वा जिले की पुलिस की टीम गई है।
फायरिंग कांड के उद्वेदन के बाद गढ़वा जिले में पहली ऐसी घटना है जिसमें अमन साहू जैसे खूंखार अपराधी गिरोह के द्वारा अपराधी घटना को अंजाम दिया गया है। तथा इस घटना में इंटरनेशनल कनेक्शन भी सामने आया है।
साथ ही यह इस ओर भी इसारा कर रहा है की सड़क निर्माण की बड़ी कंपनियों के पीछे अमन साहू गिरोह का उगाही के उद्देश्य से निगाह है तथा अमन साहू गिरोह का नेटवर्किंग नेशनल स्तर पर ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल स्तर पर भी काम कर रहा है।