Location: Manjhiaon
मझिआंव: मीनू के अनुसार नहीं मिला भोजन, जांच कर कार्रवाई की मांग
मझिआंव: मझिआंव और बरडीहा प्रखंड के अधिकांश स्कूलों में सरकार द्वारा संचालित मध्याह्न भोजन योजना (एमडीएम) मीनू के अनुसार भोजन नहीं दिए जाने की शिकायतें सामने आ रही हैं। इससे बच्चों को पोषक तत्वों से युक्त भोजन नहीं मिल पा रहा है।
मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय चाका में मीनू के अनुसार चावल, दाल, चोला और सलाद दिए जाने का निर्देश था। इसके बावजूद बच्चों को केवल चावल, दाल और नाम मात्र का चोखा दिया गया।
स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप
विद्यालय में कुल नामांकित छात्रों की संख्या 73 है, जबकि मंगलवार को 47 छात्र उपस्थित थे।
- हेड मास्टर श्याम कांत तिवारी स्कूल से अनुपस्थित थे।
- पारा शिक्षक विनय राम ने बताया कि हेड मास्टर बाहर गए हुए थे।
- हेड मास्टर श्याम कांत तिवारी ने फोन पर कहा, “यह हमारा काम नहीं है, जहां लिखना है, लिखते रहिए, हमें कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।”
ग्रामीणों की नाराजगी
ग्रामीण बैजनाथ राम, उल्फत खान, पूर्व मुखिया अमरुद्दीन खान और वर्तमान मुखिया महताब आलम ने कहा कि स्कूल में मीनू के अनुसार भोजन कभी नहीं दिया जाता। उन्होंने इस मामले की जांच और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग का बयान
प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी ने कहा कि मीनू के अनुसार भोजन न दिया जाना गलत है। उन्होंने बताया कि:
- विद्यालय प्रबंधन समिति और हेड मास्टर पर जांचोपरांत कार्रवाई की जाएगी।
- अन्य स्कूलों को भी चेतावनी देते हुए सख्त निर्देश दिए गए हैं कि हर हाल में बच्चों को मीनू के अनुसार एमडीएम देना अनिवार्य है।
निष्कर्ष:
मध्याह्न भोजन योजना का उद्देश्य बच्चों को पोषणयुक्त भोजन प्रदान करना है। लेकिन संबंधित अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से यह योजना अपने उद्देश्य से भटक रही है। इस मामले में सख्त जांच और कार्रवाई से ही सुधार संभव है।