
Location: सगमा
सगमा (गढ़वा)।
प्रखंड क्षेत्र के सगमा, बीरबल, सारदा, घघरी, दुसैया, सोनडीहा और मकरी सहित कई गांवों में सोमवार को सौभाग्यवती स्त्रियों ने पूरे विधि-विधान से बट सावित्री पूजा सम्पन्न की। इस अवसर पर भारी संख्या में महिलाओं ने बट वृक्ष के नीचे एकत्र होकर अक्षत, चंदन और रोली से पूजा की। पूजा के उपरांत सुहागिनों ने लाल-पीले धागों से वट वृक्ष की परिक्रमा करते हुए रक्षा सूत्र बांधा और प्रसाद अर्पित किया।
मान्यता है कि इस दिन जो भी सुहागिनें वट वृक्ष की पूजा करती हैं, उनके पति को दीर्घायु प्राप्त होती है। यह पर्व सावित्री-सत्यवान की कथा पर आधारित है, इसी कारण इसे ‘सावित्री पूजा’ कहा जाता है।
पूजा स्थल पर मेले जैसा दृश्य देखने को मिला। महिलाओं ने वट वृक्ष देवता को पंखा झलते हुए श्रद्धा और आस्था के साथ पूजा की। सभी व्रती स्त्रियों ने दिनभर निर्जला व्रत रखा। मंगलवार को व्रत का पारण किया जाएगा।