Location: Ranka
रंका (गढ़वा): रंका थाना क्षेत्र के दौनादाग गांव निवासी शमशेर अंसारी पर आरटीआई कार्यकर्ता अंकुश कुमार ने भारी फर्जीवाड़ा करने और अधिकारियों के संरक्षण में नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया है। इस मामले में उन्होंने गढ़वा के उपायुक्त और जिला शिक्षा पदाधिकारी से जांच कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अंकुश कुमार के अनुसार, आरटीआई के जरिए प्राप्त जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि शमशेर अंसारी वर्तमान में भंडरिया प्रखंड के बीआरसी कार्यालय में प्रखंड साधनसेवी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि दूसरी ओर रंका प्रखंड के खरडीहा पंचायत में मनरेगा योजना के तहत अनुसूचित जाति के मजदूर के रूप में जॉब कार्ड संख्या JH-07-005-009-154/1081 के माध्यम से लगातार नौ महीने से अधिक मजदूरी कर चुके हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वर्ष 2014 में शमशेर ने एक ही सत्र में राजमाता गुंजेश्वरी महाविद्यालय, रंका से इंटरमीडिएट की पढ़ाई और सुमित्रा प्राइवेट लिमिटेड आईटीआई कॉलेज, मेदिनीनगर से ‘फिटर’ ट्रेड में औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर दोनों संस्थानों में नियमित उपस्थिति दर्ज कराई है, जो नियमों के स्पष्ट उल्लंघन को दर्शाता है।
इन तमाम तथ्यों के साथ मार्च माह में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी और उप विकास आयुक्त को आवेदन देकर जांच की मांग की गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अंकुश कुमार का आरोप है कि मामले को उजागर करने के बाद उन्हें शमशेर अंसारी द्वारा झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं होती है, तो वे न्यायालय का रुख करेंगे।