Location: Ranka
– :- भगवान जगन्नाथ महाप्रभु को बहन सुभद्रा एवं भैया बलभद्र के साथ रथ पर सवारी कराने वालों पर कभी भी विपत्ती नहीं आती विद्वानों के माध्यम से मिले इस रहस्य की जानकारी के बाद रंका में राजपरिवार द्वारा पिछले सैकड़ों वर्षों से आयोजित किए जाने वाले भगवान जगन्नाथ के रथ को खींच कर मौसी बाड़ी तक पहुंचाने की लोगों में होड़ सी लगी रही ।
वहीं कई लोग रथ को छूने एवं धक्का देने के लिए भी बेताब दिखे रंका राज परिवार के परंपरानुसार राजपुरोहितों के द्वारा ठाकुरबाड़ी मंदिर स्थित भगवान जगन्नाथ के कक्ष में रविवार के सुबह एवं दोपहर विशेष पूजा महाआरती व महाप्रसाद भोग अर्पित किए गए तत्पश्चात श्री ठाकुर जी के विग्रह को रत्न जड़ित चांदी के सिंहासन पर विराजमान कराकर गाजे-बाजे एवं शंख ध्वनि तथा राम नाम संकीर्तन के मध्य शहर में नगर परिभ्रमण कराया गया जहां बिभिन्न गली मुहल्लो में महिलाओं एवं बच्चों द्वारा मंगलगीत के मध्य पुष्पवर्षा कर भगवान के प्रति कृतज्ञता अर्पित कर श्रद्धा पूर्वक प्रसाद भोग अर्पित किए गए श्री ठाकुर जी के मंदिर में वापसी यात्रा के पश्चात भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा एवं भैया बलभद्र के श्री विग्रह को राज पुरोहितों ने रथासीन कराया एक बार पुनः रथ पर तीनों बिग्रहों का विशेष पूजन एवं महाआरती के पश्चात सेवईत कुमार गोवर्धन प्रसाद सिंह ने रथ खींचकर रथ यात्रा कार्यक्रम का शुभारंभ किया तत्पश्चात साल में सिर्फ एक बार रथयात्रा के समय इस इलाके के जंगलों में खिलने वाला सुगंधित भगवान जगन्नाथ महाप्रभु का अतिप्रिय कोरेया के पुष्पों की भारी वर्षा के बीच गगनभेदी जय उद्घोष करते हुए हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने भगवान के रथ को खींच कर मौसी बाड़ी पहुंचाया जहां दर्जनभर से अधिक महिला श्रद्धालुओं ने सिर पर मंगल कलश लिए सुमधुर मंगल गीत के मध्य भगवान की आगवानी की तत्पश्चात भगवान को मौसी बाड़ी स्थित चांदी के सिंहासन पर विराजमान कराकर विशेष पूजन और महाआरती तथा प्रसाद भोग अर्पित किए गए इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने भगवान की परिक्रमा कर अपने व अपने परिवार के सुखद भविष्य एवं जीवन की कामना की मौसी बाड़ी मे भगवान एक सप्ताह तक बिश्राम के अवस्था में भक्तों को सुलभ दर्शन देंगे इस दौरान राज पुरोहित पं. भोलानाथ पांडेय शास्त्री के द्वारा भगवान जगन्नाथ महाप्रभु को श्री मद् भागवत महा पुराण का सस्वर पाठ श्रवण कराया जाएगा वही पं. बालेश्वर दुबे के द्वारा पूजन एवं भगवान की सेवा सुश्रूषा के अलावा अन्यान्य सेवा समर्पित की जाएगी मौसीबाड़ी में भगवान के एक सप्ताह के बिश्राम के दौरान चौबीस घंटे सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा की गई है वही प्रति दिन संध्या समय भगवान के मनोरंजन हेतू स्थानीय संगीत प्रेमियों द्वारा भक्ति संगीत सुनाए जाने को लेकर होड़ सी लगी रहेगी ।