Location: Garhwa
रंका- बरसात की पहली फुहार के साथ ही रंका शहर की सूरत बिगड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 343 पर रंका शहर के बौली कुंआ इलाके में सड़क पर जलजमाव के वजह से बीचोंबीच बने दो से ढाई फीट गहरे गड्ढे बन चुके है नतीजतन प्रतिदिन औसतन आधा दर्जन से अधिक सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं जिसमें कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो रहे हैं वहीं वाहन चालकों को भारी क्षति उठाना पड़ रहा है ।
आम तौर पर जैसा की होता रहा है दुर्घटना प्रभावित लोगों को रंका एवं गढ़वा सदर अस्पतालों में इलाज के लिए भेज कर सभी अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लिया करते है । इस रास्ते होकर प्रतिदिन मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र ,कर्नाटक, गुजरात, राजस्थान, चेन्नई ,उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, बंगाल, आसाम आदि राज्यों को जाने वाले भारी व हल्के सैकड़ों मालवाही वह यात्री वाहन चालकों की मजबूरी एवं परेशानी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी समझने को तैयार नहीं हैं सड़क पर बने गड्ढों में पानी भरा होने के कारण गहराई का पता नहीं चल पाता जिससे उन्हें लगातार भारी नुक़सान उठाना पड़ रहा है जिससे वे समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते जिसका प्रत्यक्ष नुकसान उन्हें तो होता ही है वहीं अप्रत्यक्ष रूप से पेट्रोलियम पदार्थो व अन्य वस्तुओ की अधिक खपत से लगातार राष्ट्रीय क्षति होती रही हैं तात्कालिक तौर पर आम लोगों को दुर्घटना के बाद ब्यक्तिगत क्षति होती है वो अलग है सड़क निर्माण से जुड़े जानकारों के अनुसार सड़क निर्माण करने वाले संबंधित एजेंसी को राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के निर्देशन में पांच साल तक रखरखाव करना होता है मगर गढ़वा शहर से गोदरमाना तक के बीच में पड़ने वाले अन्नराज नावाडीह ,दौनादाग रंका शहर लोहवापुल हुरदाग बुढ़ापरास, भौंरी आदि गांव के समीप पिछले छः माह से सड़क में खतरनाक गड्ढे बने हुए हैं आए दिन भौंरी गांव के समीप चपचपिया नाला व बुढ़ापरास के समीप टेंढ़की नाला अन्नबोरवा , अन्नराज नावाडीह आदि जगहों पर बना हाई लेवल पुल के क्षतिग्रस्त होने से बने गड्ढों व सड़कों में बने खतरनाक गड्ढों के वजह से लगातार दुर्घटनाएं होती रही है मगर जानकारी के बावजूद किसी को भी दुर्घटना प्रभावित लोगों की चिंता नहीं है इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एन एच आई के अधिकारियों से बात कर सड़क दुरूस्त कराने का प्रयास किया जाएगा