
Location: Garhwa
गढ़वा। एक साल पहले सोनू कुमार और कंजू कुमारी की आंखें मिलीं, और उनकी मोहब्बत की शुरुआत हुई। यह प्रेम कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। दोनों ने अपने प्यार को शादी के मुकाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया, लेकिन परिवार वालों ने उनके इस फैसले का विरोध किया।
प्रेम के लिए संघर्ष:
सोनू कुमार, बिशनपुरा प्रखंड के पीपरी खुर्द गांव के निवासी हैं, जबकि कंजू कुमारी, भावनाथपुर प्रखंड के अरसली गांव से हैं। दोनों के परिवारों ने उनके विवाह के खिलाफ खड़े होकर इस रिश्ते को नामंजूर कर दिया। ऐसे में दुर्गा पूजा के दौरान दोनों ने घर छोड़कर मुंबई की शरण ली।
मंदिर में शादी का संकल्प:
मुंबई पहुंचकर सोनू और कंजू ने मंदिर में शादी कर ली और जीने-मरने की कसमें खाईं। दोनों ने मुश्किलों के बावजूद एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा।
परिवार और समाज की रजामंदी:
लंबे समय बाद कुछ शुभचिंतकों और स्थानीय समाज के प्रयास से उनके परिवारों ने इस विवाह को स्वीकार कर लिया। इसके बाद सोनू और कंजू ने गांव लौटकर सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह की रस्में पूरी कीं।