
गढ़वा : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) के तत्वावधान में गुरुवार को महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया। इस मौके पर प्राचार्य प्रो. निकलेश चौबे ने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम आवश्यक है।
प्राचार्य ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण पृथ्वी को घातक प्रभावों, जलवायु परिवर्तन का संकट, प्रकृति, भूमि और जैव विविधता का नुकसान तथा प्रदूषण और कचरे का संकट जैसे प्रभावों को बढ़ावा देता है। प्लास्टिक कचरा जलीय पारिस्थितिकी तंत्र में रिसता है जबकि कृषि उत्पादों में प्लास्टिक के उपयोग के कारण सीवेज और लैंडफिल से मिट्टी में माइक्रोप्लास्टिक जमा हो जाता है। जैव विविधता की सुरक्षा के लिए पर्यावरण संरक्षण महत्वपूर्ण है। पर्यावरण संरक्षण से वायु, जल और भूमि प्रदूषण कम होता है। जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्यावरण संरक्षण का बहुत महत्व है। सभी के सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मनुष्य द्वारा अपने पर्यावरण पर किए जाने वाले प्रभाव प्राकृतिक पर्यावरण के लिए समस्याएं पैदा करता है। कार्यक्रम को प्रो. विवेकानंद उपाध्याय, प्रो. अर्जुन प्रसाद, डॉ. विनोद द्विवेदी आदि ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रो. खोदा बक्स अंसारी, प्रो. सत्यदेव कुमार, प्रो. रामाशीष उपाध्याय, सुरेन्द्र दुबे, सचिन चौबे, बिगावन तिवारी, अखिलानंद तिवारी, सुधीर पाठक, शशि पाल, चंद्रकांत सिंह, राजेश शरण, प्रेमसागर राम, रामानंद उपाध्याय, ब्रज किशोर सिंह, धर्मेन्द्र धर दुबे, धीरेन्द्र कुमार तिवारी, रागिनी कुमारी निराशा कुमारी आदि उपस्थित थे।