
Location: Ranka
रंका (गढ़वा)। रंका प्रखंड के तमगे कला गांव में झारखंड सरकार की कल्याण मद योजना के तहत मांड़र देव स्थान की सुरक्षा के लिए बन रही चहारदीवारी निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में न सिर्फ घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, बल्कि दर्जनभर स्कूली बच्चों और छोटी-छोटी बच्चियों से मजदूरी कराई जा रही है।
25 लाख की योजना में घोटाले के आरोप
समाजसेवी संतोष कुमार पासवान ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के अंतर्गत कल्याण विभाग द्वारा मांड़र देव स्थान की पवित्रता और सुरक्षा के लिए 25 लाख रुपये की लागत से चहारदीवारी निर्माण की स्वीकृति दी गई थी। इसका जिम्मा तमगे कला गांव के ही दो स्थानीय युवकों को जिला प्रशासन द्वारा सौंपा गया था। लेकिन कार्य प्रारंभ होते ही घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग और प्राक्कलन से इतर निर्माण की शिकायतें लगातार ग्रामीणों द्वारा की जाती रहीं, बावजूद इसके जिला कल्याण विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मजदूरी कर रहे स्कूली बच्चे और बच्चियां
सबसे गंभीर मामला यह है कि निर्माण कार्य में दर्जनों स्कूली बच्चों और नाबालिग बच्चियों से मजदूरी कराई जा रही है। समाजसेवियों के अनुसार, इन बच्चों को नया कपड़ा दिलाने और अन्य लालच देकर बीते एक माह से कड़ी धूप में काम कराया जा रहा है। इससे न केवल ये बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से भी उनका शोषण हो रहा है।
झामुमो से जुड़ाव बताकर दबंगई का आरोप
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य का जिम्मा लेने वाले दोनों युवक स्वयं को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से जुड़ा नेता बताकर क्षेत्र में दबंगई कर रहे हैं। उनके खिलाफ आवाज उठाने पर ग्रामीणों को धमकाया जा रहा है।
समाजसेवियों की मांग – हो जांच और कड़ी कार्रवाई
इस पूरे मामले को लेकर समाजसेवियों ने उपायुक्त से तत्काल जांच कर दोषियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो वे चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।