
Location: Garhwa
गढ़वा नगर परिषद स्वच्छता अभियान का ढिंढोरा तो पीट रही है, लेकिन हकीकत इसके उलट है। शहर की दानरोनदी अब कूड़े के पहाड़ में तब्दील हो चुकी है, और इसके लिए खुद नगर परिषद जिम्मेदार है। दिल्ली की तर्ज पर गढ़वा में भी कूड़े का अंबार लगाकर नगर परिषद ने प्रदूषण को बढ़ावा दिया है, जिससे स्थानीय लोगों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है।
एक ओर नगर परिषद स्वच्छता को प्राथमिकता देने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर नदी जैसी महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर को डम्पिंग यार्ड बनाकर उसकी दुर्गति कर रही है। गंदगी और बदबू से आसपास के इलाकों में रहना मुश्किल हो गया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन साधे बैठे हैं।
क्या नगर परिषद सिर्फ कागजों पर सफाई अभियान चला रही है? क्या गढ़वा के लोगों को इसी तरह गंदगी में जीने के लिए मजबूर किया जाएगा? जनता अब जवाब मांग रही है, लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।