Location: Manjhiaon
मझिआंव:
प्रखंड क्षेत्र के खरसोता उत्क्रमित मवि को हाई स्कूल का दर्जा झारखंड सरकार के द्वारा दें तो दिया गया है। परन्तु उसके समकक्ष में पढ़ाई- लिखाई के लिए ना ही वहां पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता अनुसार शिक्षक ही हैं और नाही छात्रों को बैठकर पढ़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में कमरा है ।कैसे होगी पढ़ाई लिखाई,यह स्थानीय लोगों में चिंता का विषय बना हुआ है।स्कूल के विप्रस अध्यक्ष अखिलेश विश्वकर्मा ने बताया कि जानकारों के अनुसार इस स्कूल की स्थापना लगभग 1952 ई:में हुआ था ,आज इस स्कूल का लगभग 72 साल हो चुके हैं,तब जाकर इसे हाई स्कूल का दर्जा झारखंड सरकार ने दिलाई ,साथ ही अध्यक्ष ने बताया कि इस स्कूल का चार दिवारी 73 मीटर तथा उसी के साथ में बड़ा वाला गेट लगाने के लिए टेंडर निकाली गई थी, जिसे 73मीटर चार दिवारी तो बनवा दी गई, परन्तु मेन गेट अभी तक नहीं लगाया जा सका है। उसके अलावें चारदिवारी के लिए अभी भी 180 फीट बाकी रह गया है,चारों तरफ से चारदिवारी नहीं होंने के कारण स्कूल परिसर मे लगाया गया जल मिनार के नल सहित अन्य समान को असमाजिक तत्वों के द्वारा तोड़ कर बर्बाद कर दिया जा रहा है ,तो दुसरी तरफ लगाई गई फुल- बागीचा को पशुओं के द्वारा बर्बाद कर दिया जा रहा है,एवं स्कूल परिसर मे पशुओं द्वारा गंदगी कर दिया जा रहा है,हेडमास्टर अंबिका राम ने बताया कि शत्रु 2024-25मे इस स्कूल को हाई स्कूल का दर्जा मिला है। जिसमें कक्षा एक से लेकर कक्षा 8 तक के अभी कुल नामांकित छात्रों की संख्या 635है जबकि कक्षा 9 में नामांकित छात्रों की संख्या 98 है सभी मिलाकर कक्षा एक से लेकर कक्षा नव तक 733 छात्रो की संख्या हो गई है ,जबकि अभी भी नामांकन जारी है,शिक्षा विभाग के आंकड़े के अनुसार छात्र अनुपात एक शिक्षक पर 40 छात्र अनुपात के अनुसार इस स्कूल में 19 शिक्षक होनी चाहिए, परन्तु हेडमास्टर ने बताया कि अभी वर्तमान समय में कुल शिक्षक मात्र 8 ही हैं,जिसमें दो सरकारी शिक्षक एवं 6 पारा शिक्षक हैं,जबकि अब भी इस स्कूल में 11 शिक्षक चाहिए,विडंबना यह है कि जो शिक्षक मिडिल स्कूल के हैं मजबुरन उसी शिक्षकों के द्वारा हाई स्कूल के बच्चों को पढ़ाने पर मजबुर हैं।
छात्र अनुपात में कमरे की है कमी :इस स्कूल को हाई स्कूल का दर्जा दिया गया परन्तु कमरे की कमी है है।यहां मात्र 11 कमरे हैं जिसमें एक रूम में औफिस है ,तथा दो रुम लैब के लिए है तथा मात्र 8 कमरा पढ़ाई के लिए है जिसमें अभी कम से कम 4 कमरा और जरूरत है,।जिससे ढ़ंग से छात्रों को बैठाकर पढ़ाई किया जा सकेंगा।इस स्कूल में पूर्व से दो तला बनाने का कार्य अधुरा है जिससे छात्रों के अनुपात में पढ़ाई करने के लिए काफी कम है।जिला शिक्षा अधीक्षक से इन सभी पहलुओं पर अविलंब ध्यान आकृष्ट कराते हुए कार्रवाई करते हुए पुरा कराने को मांग की गई है।श