
Location: Meral
मेराल: सामाजिक परिवर्तन एवं आर्थिक मुक्ति आंदोलन के महानायक कांशीराम जी की 91वीं जयंती समारोह सामाजिक परिवर्तन केंद्र के तत्वावधान में गुरु रविदास आश्रम, संगवरिया में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बामसेफ, डीएस-फोर और बीएसपी के संस्थापक कांशीराम जी के विचारों और उनके संघर्षों पर चर्चा की गई।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कांशीराम जी ने समाज में बदलाव लाने के लिए पांच प्रमुख संघर्ष किए—आत्मसम्मान, समतामूलक समाज, स्वतंत्रता, छुआछूत एवं अन्याय के खिलाफ लड़ाई और आर्थिक मुक्ति की दिशा में कार्य। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि आज देश के विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने दलित एवं बहुजन एजेंडा को अपनी नीतियों में शामिल किया है। उन्होंने दलित समाज को न केवल राजनीतिक पहचान दिलाई बल्कि सत्ता में भागीदारी का मार्ग भी प्रशस्त किया।
कार्यक्रम में जुटे सैकड़ों लोग
कार्यक्रम की शुरुआत बसपा की प्रदेश महासचिव सुनीता देवी ने कांशीराम जी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर की। इसकी अध्यक्षता उमाशंकर राम ने की। इस अवसर पर डॉ. राजेश राम, शिवशंकर राम, संजय राम, मदन राम, कुंदन चंद्रवंशी, राहुल कुमार, दिनेश कुमार, रंजीत कुमार, जय प्रकाश कुमार, निर्मल कुमार, दिलीप कुमार, बुद्ध प्रिय रंजन, अरुण कुमार, दीपु कुमार, मंजेश कुमार, गणेश राम, विपिन कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
सभा में उपस्थित लोगों ने कांशीराम जी के विचारों को आगे बढ़ाने और सामाजिक समरसता को मजबूत करने का संकल्प लिया।