
मझिआंव थाना क्षेत्र के रामपुर पंचायत अंतर्गत विडंडा गांव में एक गरीब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। गांव निवासी लगभग 60 वर्षीय उचित सिंह खरवार के दामाद की मौत टीवी जैसी गंभीर बीमारी से हो गई। यह घटना मेराल गांव की है, जहां उचित सिंह और उनकी पत्नी दाह संस्कार में शामिल होने गए थे। इसी दौरान, रविवार 1 मई की सुबह करीब 8 बजे उनके विडंडा स्थित घर में अचानक आग लग गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के वक्त घर में उनकी दूसरी विवाहित बेटी अनीता देवी (लगभग 25 वर्ष) अपने दो छोटे बच्चों के साथ मौजूद थी। आग की लपटें उठती देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक पूरा घर जलकर राख हो चुका था।
इस आगजनी में खाने-पीने, ओढ़ने-बिछाने के सामान के अलावा लगभग 10 हजार रुपये मूल्य का मोबाइल, जमीन से संबंधित रसीद व अन्य जरूरी कागजात, चावल, गेहूं, अरहर, सरसों, तील समेत लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। आग कैसे लगी, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की है।
घटना से मर्माहत अनीता देवी ने रोते हुए कहा—“अब का मुंह देखाईब हो बाबू जी? घरवा कईसे जर गईल…”। उसे ग्रामीणों ने ढाढ़स बंधाया।
मौके पर पंचायत की मुखिया प्रतिनिधि रमेश कुमार पासवान, पूर्व बीडीसी नजमुद्दीन अंसारी, समाजसेवी औरंगजेब खां, गयासुद्दीन अंसारी सहित अन्य लोग पहुंचे। मुखिया प्रतिनिधि ने पीड़ित परिवार को तत्काल राहत स्वरूप 50 किलो चावल और 1 किलो दाल दिलवाया तथा सरकारी मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया।