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Location: सगमा
सगमा। बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही मंद-मंद बसंती बयार बहने लगती है। शरद ऋतु की विदाई और गर्मी की दस्तक के बीच इस समय मौसम सुहावना हो जाता है—न अधिक ठंड, न अधिक गर्मी। हल्की ठंडी हवा और खिलखिलाती धूप लोगों के मन को प्रफुल्लित कर देती है।
इस ऋतु में खेतों में फसल पकने लगती है, पलाश के पेड़ लाल फूलों से सज जाते हैं, और आम के पेड़ों पर बौर की महक बिखरने लगती है। आम की मंजरी से उठने वाली मादक सुगंध वातावरण को और भी आनंदमय बना देती है। किसानों के चेहरे पर इस मौसम में नई चमक देखने को मिल रही है, क्योंकि इस साल आम के पेड़ों पर अच्छी मात्रा में बौर आया है।
सगमा प्रखंड के मकरी गांव निवासी आम उत्पादक उदय मेहता का कहना है कि इस वर्ष पिछले साल की तुलना में आम के पेड़ों पर अधिक बौर आया है। यदि मौसम अनुकूल रहा, तो आम की फसल काफी लाभदायक साबित हो सकती है। आम के बागों से अच्छी आमदनी की उम्मीद से किसान उत्साहित हैं और आने वाले दिनों में अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे हैं।